मुंबई, 6 नवंबर रिपब्लिक टीवी के संपादक अर्णब गोस्वामी को रायगढ़ पुलिस ने गिरफ्तार कर अलीबाग कोर्ट में पेश किया था। इस मौके पर कोर्ट ने सबूतों के आभाव में पुलिस कस्टडी देने की मांग को ख़ारिज कर अर्णब को 14 दिन के लिए जेल भेज दिया। इस निर्णय पर भाजपा ने शिवसेना पर निशाना साधा है। भाजपा नेता आशीष शेलार ने कहा है कि रोज अस्मिता का ढाल निकाल कर उसके पीछे छुपना आप बंद करे।
इस मामले में शेलार ने कहा कि अन्वय नाईक को न्याय मिलना चाहिए। लेकिन एक मराठी परिवार को खड़ा कर आपने रिया चक्रवर्ती को क्यों बचाया ? एक मराठी परिवार को ढाल बनाकर दिशा सालियान को लेकर बोलने वालों की जुबान क्यों बंद करते है ? बात और भी निकलेगी। उस वक़्त मेरे महाराष्ट्र पुलिस दवारा की गई जांच और पुरे पुलिस विभाग को झूठा साबित कर अब आप एक सिंह को परमवीर क्यों दे रहे है ?
इसके साथ नौटंकी भी है। एक युवराज को बचाने के लिए महाराष्ट्र को झूठा बताया ? पत्र पंडितों, अग्रणी लेखकों के स्याही के दाग आपकी कमीज पर नज़र आने लगेंगे ? न्याय दंडाधिकारी दवारा सुनाये गए फैसले में 2018 की घटना को लेकर कोई भी ठोस सबूत नहीं मिला इसलिए क्लोज़र रिपोर्ट को स्वीकार किया गया। पुलिस कस्टडी की मांग करना किसी तरह उचित नहीं, क़ानूनी वजह नहीं। है ऐसा कहा गया है कि पुलिस पक्षपात के साथ जांच नहीं करेगी। सोनिया गांधीजी, राहुल गांधीजी और महाराष्ट्र की ठाकरे सरकार की गलत नियत और असहिषुणता का पर्दाफाश कोर्ट ने किया है। अब कोर्ट में महाराष्ट्र द्रोही है तो फटाका फोड़ेंगे क्या ?
अर्णब के साथ सामान्य कैदी की तरह बर्ताव
आलिशान स्टूडियो में बैठकर पूछता है भारत जैसे सवाल खड़े करने वाले अर्णब गोस्वामी फ़िलहाल जेल की हवा खा रहे है। कोविड की वजह से उन्हें नगर परिषद् के स्कूल में बैरक तैयार किया गया है। इसी के एक कमरे में अर्णब गोस्वामी को रखा गया है। नियम के अनुसार कैदियों के साथ जो बर्ताव किया जाता है वही बर्ताव अर्णब के साथ भी किया जा रहा है। कोरोना की वजह से परिजनों से मिलने पर रोक लगी हुई है। जेल में अन्य अपराधों के 40 कैदियों को रखा गया है। गोस्वामी को मोबाइल नहीं दिया गया है। उन्हें बाहर का खाना देने में कोविड का नियम आड़े आ गया है। उन्हें खाने में चावल, दाल, सब्जी, रोटी दी जा रही है। जो पानी अन्य आरोपियों को पीने के लिए दिया जाता है वही पानी उन्हें दिया जा रहा है। एक कॉट, ट्यूबलाइट और सिर के पास पंखा जैसी सुबिधा दी गई है। यह जानकारी सूत्रों से मिली है।