पार्किंग पॉलिसी पर विपक्ष के साथ सत्तादल ने भी उठाए सवाल

न पार्किंग की जगह कब्जे में न सार्वजनिक यातायात व्यवस्था सक्षम, फिर जल्दबाजी क्यों?

पिंपरी। पुणे समाचार ऑनलाइन

पिंपरी चिंचवड़ शहर में पार्किंग के लिए 89 में से एक भी आरक्षण मनपा के कब्जे में नहीं है न ही शहर में सार्वजनिक यातयात व्यवस्था सक्षम है। फिर शहरवासियों पर जबरन पार्किंग पॉलिसी लादने की जल्दबाजी क्यों मचाई जा रही है? ऐसे सवालों से विपक्षी दलों के साथ ही खुद सत्तादल भाजपा के नगरसेवकों ने भी नए से लाई जा रही पार्किंग पॉलिसी को लेकर मनपा प्रशासन को आड़े हाथ लिया।

पुणे में बवाल मचने और सत्तादल भाजपा के लिए सिरदर्द साबित होने के बाद पिंपरी चिंचवड़ शहर में भी पार्किंग पॉलिसी लागू करने की तैयारी शुरू है। स्थायी समिति के बाद इसका प्रस्ताव अंतिम मंजूरी के सर्व साधारण सभा के समक्ष पेश किया जा रहा है। इससे पहले शुक्रवार को मनपा पदाधिकारी और नगरसेवकों लिए पार्किंग पॉलिसी पर प्रस्तुतिकरण दिया गया। इस पर विपक्ष के साथ साथ सत्तादल के नगरसेवकों ने सवाल उठाते हुए प्रशासन पर निशाना साधा, जबकि इस प्रस्ताव को लेकर खुद भाजपा ही आग्रही है।

बैठक के आरंभ में पीएमएपीएमएल की अध्यक्षा नयना गुंडे ने सार्वजनिक यातायात व्यवस्था की जानकारी दी। बस स्टॉप व अन्य सुविधाओं के अभाव में यह व्यवस्था सक्षम नहीं है, ऐसा उन्होंने अपरोक्ष स्वीकार किया। इसके बाद मनपा के सह शहर अभियंता राजन पाटिल ने पार्किंग पॉलिसी का प्रस्तुतिकरण दिया। उपमहापौर शैलजा मोरे, स्थायी समिती अध्यक्षा ममता गायकवाड, सभागृह नेता एकनाथ पवार, आयुक्त श्रावण हर्डीकर, विपक्ष के नेता दत्ता साने, शिवसेना के गुटनेता राहुल कलाटे, मनसे के गुटनेता सचिन चिखले समेत अन्य नगरसेवक, पदाधिकारी और अधिकारी मौजूद रहे।

क्या-क्या हुआ बैठक में

भाजपा के नगरसेवक संदीप वाघेरे ने पिंपरी कैम्प की समस्या का मुद्दा उठाते हुए कहा कि, यहां चलने तक के लिए जगह नहीं है। पहले यहां सुविधा दें फिर पार्किंग पॉलिसी पर अमल करें। कैम्प की ओर केवल पैसे हासिल करनेवाले स्त्रोत के तौर ओर देखना बंद करें। पिंपरी की ओर ध्यान देने की फुरसत किसी के पास नहीं। दोनों विधायकों ने हाईवे के आर-पार को बांट लिया है, पिंपरी को लावारिस छोड़ दिया गया है। यह कहकर उन्होंने अपने ही दल के नेताओं पर निशाना साधा। विपक्ष के नेता दत्ता साने ने टिप्पणी की कि, मनपा मुख्यालय में ही पार्किंग पॉलिसी नहीं है और हम शहर के लिए पॉलिसी चलाने निकले हैं। पार्किंग की जगह कब्जे में लिए बिना कोई सुविधा दिए बिना यह पॉलिसी न लादी जाय। केवल लोगों से पैसे ऐंठने के लिए यह जल्दबाजी की जा रही है, यह आरोप भी उन्होंने लगाया। शिवसेना गुटनेता राहुल कलाटे ने 89 में से पार्किंग के एक भी आरक्षण मनपा के कब्जे न रहते पे एन्ड पार्क की पॉलिसी लादने पर कड़ा विरोध जताया।