अब रवींद्रनाथ टैगोर पर गलत बोल गए बिप्लब देब

अगरतला

त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब देब के विवादित बयानों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब उन्होंने रवींद्रनाथ टैगोर को लेकर गलत बयान दिया है। मुख्यमंत्री ने टैगोर की 157वीं जयंती पर कहा कि उन्होंने अंग्रेज़ों के विरोध में अपना नोबेल पुरस्कार लौटा दिया था। जबकि रविंद्रनाथ टैगोर ने 1919 में जलियांवाला बाग हत्याकांड के विरोध में तत्कालीन वायसराय लॉर्ड चेम्सफोर्ड को नाइटहुड का खिताब वापस किया था, न कि नोबेल पुरस्कार। आपको याद होगा कि त्रिपुरा सीएम बिप्लब देब ने हाल ही में डायना हेडन पर विवादित टिप्पणी की थी। उन्होंने कहा था, “जिसने भी इंटरनेशनल ब्यूटी कॉन्टेस्ट में हिस्सा लिया, वो जीतकर लौटा। लगातार पांच सालों तक हमने मिस वर्ल्ड/मिस यूनिवर्स के ताज जीते। डायना हेडन भी जीत गईं, क्या आपको लगता है कि उन्हें ताज जीतना चाहिए था?”

इंटरनेट का दावा
इससे पहले देब ने एक कार्यक्रम में दावा किया था कि 5000 साल पहले महाभारत काल में इंटरनेट और सैटेलाइट थे। बिप्लब देब का तर्क है कि अगर इंटरनेट नहीं रहा होता, तो हस्तिनापुर नरेश धृतराष्ट्र को संजय युद्ध का आंखो देखा हाल कैसे सुना पाते?