बेंगलोर : समाचार ऑनलाइन – कर्नाटक में सियासी घमासान के बाद कर्नाटक विधानसभा में आज मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने बहुमत साबित कर दिया। विपक्ष ने मत विभाजन की मांग नहीं की और इस तरह येदियुरप्पा सरकार ने विश्वास मत हासिल कर लिया। इसके लिए आवाज के द्वारा वोटिंग हुई। इस दौरान सदन में भाजपा और कांग्रेस के सदस्यों के बीच तीखी नोक-झोंक भी हुई।
Karnataka Chief Minister BS Yediyurappa wins trust vote through voice vote. pic.twitter.com/DvzzMmYCqa
— ANI (@ANI) July 29, 2019
इस दौरान सीएम येदियुरप्पा ने कहा कि ‘मैं विपक्ष से अपील करता हूं कि हमें मिलकर काम करना चाहिए। मैं सदन से अपील करता हूं कि वे मुझ पर एकमत से विश्वास व्यक्त करें’। इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने कहा कि ‘आपने (भाजपा) बागी विधायकों को सड़क पर छोड़ दिया है। पिछले सप्ताह से मैं सभी घटनाक्रमों को देख रहा हूं। स्पीकर का निर्णय एक मजबूत संदेश भेजता है। उन्होंने जल्दबाजी में कार्रवाई नहीं की। उन्होंने मामले को बहुत ध्यान से देखा, और प्रत्येक मामले को देखा। सत्ता स्थायी नहीं है यहां तक कि नरेंद्र मोदी और जेपी नड्डा के लिए भी। हम आपके नंबर को 105 से 100 या उससे कम पर लाने की कोशिश नहीं करेंगे।
स्पीकर द्वारा 17 विधायकों को अयोग्य घोषित करने का फैसला भाजपा के पक्ष में जाता हुआ दिख रहा था। आंकड़ों पर नजर डालें तो कर्नाटक विधासनभा के कुल सदस्यों की संख्या 224 है लेकिन स्पीकर द्वारा 17 विधायकों को अयोग्य करार देने के बाद यह घटकर 207 रह गया है। अब बहुमत का जादुई आंकड़ा 104 था और भाजपा के पास अपने 105 विधायक हैं।