येरवडा जेल में कैदियों की संख्या क्षमता से ज्यादा

राष्ट्रीय महिला आयोग का निरीक्षण

पुणे : पुणे समाचार

पुणे के येरवडा केंद्रीय कारागार में कैदियों की संख्या यहां की क्षमता से दोगुनी है। राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने गुरुवार को जेल में निरीक्षण के बाद यह जानकारी दी। हांलाकि यहां कैदियों को दी जानेवाली सुविधाओं और उनमें किये जा रहे सुधार को लेकर आयोग ने सन्तोष जताया है।

महिला आयोग के अनुसार, येरवडा जेल में महिला कैदियों की कुल क्षमता 126 है, जबकि यहां 282 महिला कैदी हैं। इनमें से 164 महिला कैदी दोषी हैं और 118 कैदियों पर मुकदमा चल रहा है। यहां पर मौजूद महिला कैदियों में एक विदेशी महिला कैदी भी शामिल है, जबकि 10 बच्चे अपनी मां के साथ जेल में रह रहे हैं।

यह निरीक्षण यहां पर विभिन्न आयामों की जांच और मूल्यांकन करने के लिए किया गया था, जिसमें क्षमता से ज्यादा कैदियों की संख्या, कानूनी मदद की उपलब्धता, कौशल विकास और प्रशिक्षण जैसी पुनर्वास योजनाएं, महिला कैदियों की कानूनी जागरूकता, महिला कैदियों के बच्चे को दी गई समुचित सुविधा के बारे में जानकारी इकट्ठी की गई।

आयोग ने अपने बयान में कहा, जेल प्रशासन कैदियों के जीवनस्तर को सुधारने और उनके पुनर्वास के लिए कौशल प्रशिक्षण दिए जाने की योजनाओं में कई एनजीओ के साथ मिलकर काम कर रहा है। इसके अलावा कैदियों को पारंपरिक इंब्राइडरी कौशल प्रशिक्षण, घरेलू उपकरणों को मरम्मत करने जैसे नए प्रशिक्षण भी दिए जाने में जेल प्रशासन एनजीओ के प्रयास में मदद कर रहा है।

आयोग ने कहा कि, कैदियों को दी जानी वाली मूलभूत सुविधाओं जैसे स्थानों की मरम्मत और स्वच्छता सुविधाओं में आधुनिकीकरण में भी सुधार हुआ है। कैदियों को सौर ऊर्जा के जरिए दिए जाने वाला गर्म पानी भी संचालित है और स्वास्थ्य सुविधाओं की स्थिति भी अच्छी है। यहां कैदियों को दी जानेवाली सुविधा, उनके उत्थान हेतु चलाये जानेवाले उपक्रम और उनमें लगातार किये जा रहे सुधार को लेकर आयोग ने संतोष जताया है।