कबीर कला मंच व रिपब्लिकन पैंथर पर छापेमारी

पुणे/नागपूर। समाचार एजेंसी

भिमा कोरेगांव दंगा फसाद के लिए जिस यलगार परिषद को जिम्मेदार माना जा रहा है, उसके आयोजक रहे कबीर कला मंच और रिपब्लिकन पैंथर के कार्यालय व संयोजकों के घरों पर पुलिस की छापेमारी शुरू हो गई है। पुणे में 31 दिसम्बर 2017 को यह यलगार परिषद हुई जिसके दूसरे दिन भिमा कोरेगांव में दंगा फसाद भड़का। इसकी दंगे की तपिश पूरे राज्य तक पहुंची थी। दलित संगठनों ने 3 जनवरी को महाराष्ट्र बन्द का ऐलान किया, जिसमें काफी तोड़फोड़ हुई।

भिमा कोरेगांव में ढंग भड़काने के लिए हिंदुत्ववादी संगठनों के मिलिंद एकबोटे और संभाजी भिडे के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। वहीं 7 जनवरी को पुणे पुलिस ने यलगार परिषद के संयोजक कबीर कला मंच और रिपब्लिकन पैंथर के चार- चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया। पुलिस का मानना है कि इन हालातों के लिए यलगार परिषद जिम्मेदार है। आज तड़के से पुणे में कबीर कला मंच और मुंबई में रिपब्लिकन पैंथर के कार्यकर्ताओं के घरों व दफ्तरों में छापेमारी शुरू की गई। पुणे में रमेश गायचोर, सागर गोरखे के वाकड और मुंबई में सुधीर ढवले, हर्षाली पोतदार के घरों पर छापे मारे गए|

नागपुर में वकील के घर छापा

नक्सलियों के पक्ष में केस लड़ने के लिए मशहूर वकील सुरेंद्र गडलिंग के नागपुर के घर पर भी पुलिस ने छापेमारी की है। मराठी खबरिया चैनलों ने इसकी खबरें प्रसारित की है। गडलिंग बीते 20 सालों से नक्सलियों के केसेस लड़ रहे हैं।