ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थियों को शिक्षा के अवसर उपलब्ध होने चाहिए : रामदास काकडे

पिंपरी : पुणे समाचार

इंद्रायणी विद्या मंदिर संस्था के श्रीराम विद्यालय में नवीन वर्ग कमरों का उद्घाटन

ग्रामीण क्षेत्र विद्यार्थी काफी होशियार होते है. इन विद्यार्थियों को 10वीं-12वीं की पढ़ाई तक ही सीमित न रहते हुए उच्च शिक्षा पर ध्यान केन्द्रित करना चाहिए और उस दिशा में ही आगे बढ़ना चाहिए. इन विद्यार्थियों जिद, लगन और काम के प्रति समर्पण और उत्साह होता है. ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थियों को अगर शिक्षा के अवसर उपलब्ध कराए जाए, तो ये विद्यार्थी निश्चित ही सफलता के शिखर पर विजय प्राप्त कर सकते हैं. यह प्रतिपादन इंद्रायणी विद्यामंदिर संस्था के कार्यवाह रामदास काकडे ने यहां किया.

इंद्रायणी विद्या मंदिर संस्था के स्वर्ण महोत्सव वर्ष के अवसर पर लार्सन एंड टर्बो कंपनी की ओर से संस्था के नवलाख उंब्रे में श्रीराम विद्यालय में दो नए कमरों का निर्माण कराया गया है. इन कमरों का उद्घाटन व हस्तांतरण कंपनी के डेप्यूटी जनरल मैनेजर संतोष रॉय के हाथों किया गया. इस अवसर पर संस्था के कोषाध्यक्ष केशवराव वाडेकर, पूर्व पंचायत समिति सदस्य बाजीराव शेटे, स्कूल व्यवस्थापन समिति के अध्यक्ष शिवाजी भेगड़े, प्राचार्य डॉ. डी.डी. बाळसराफ, बी.बी. जैन, जी.एस. शिंदे, उपप्राचार्य डॉ. एस. के. मलघे, मुख्याध्यापक सावलेराम गावडे, उपसरपंच ज्योति बधाले, साईनाथ यादव, सागर सौचे, संदीप कणसे, सुरेश शेटे, ग्रामीण और विद्यार्थी बड़ी संख्या में उपस्थित थे.

रामदास काकडे ने आगे कहा कि,स्कूल की कक्षाओं का वातावरण उत्साह पूर्ण रखने के लिए स्कूल की इमारत की महत्त्वपूर्ण भूमिका होती है. नए निर्माण हुए आधुनिक कक्षाओं में पढ़ते वक्त विद्यार्थियों को एक नई और सकारात्मक ऊर्जा मिलती है. इसका फायदा उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए होगा. ग्रामीण भाग के विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा का मंच उपलब्ध कराना होगा. एशिया खंड की सबसे बड़ी एमआईडीसी चाकण,नवलाख उंब्रे में है. आगामी चरण में आंबले, निगडे, कल्हाट, कशाल,भोयरे, मंगरूल इन भागों में भी एमआईडीसी का विस्तार होगा. इससे मावल तहसील के विकास में काफी मदद मिलेगी और यहां रोजगार के अवसर बड़ी संख्या में उपलब्ध होंगे.

उद्घाटन अवसर पर उपस्थितों को संबोधित करते हुए लार्सन एंड टर्बो केडेप्यूटी जनरल मैनेजर संतोष रॉय ने कहा कि, हमने पूरे देश में अनेक जगह काम किए है. लेकिन यहां के लोगों का उत्साह और ऊर्जा देख कर हम भी काफी उत्साहित हुए है. वास्तव में ऐसे ही लोगों के लिए काम होना चाहिए.  इस विद्यालय के लिए दो नए कमरों का निर्माण कर हमने सामाजिक जिम्मेदारी का निर्वहन किया है. कंपनी सिर्फ एक माध्यम है, लेकिन विकास के लिए सभी का सहयोग जरूरी होता है.कार्यक्रम की प्रस्तावना शिवाजीभेगडे ने, सूत्रसंचालन युवराजसोनकांबले ने और आभार अभिव्यक्ति मुख्याध्यापक सावलेरामगावडे ने की.