भाजपा में मचे घमासान की वरिष्ठों ने अब तक नहीं ली कोई सुध

इस्तीफा देने के बाद भी महापौर से नहीं छूट रहा कुर्सी का मोह

पिम्परी। स्थायी समिति अध्यक्ष पद के चुनाव से पिम्परी चिंचवड़ मनपा की सत्ताधारी भाजपा में मचे घमासान और इस्तीफों के ड्रामे पर वरिष्ठजनों अब तक कोई सुध नहीं ली है। वहीं इस्तीफा देने के बाद महापौर नितिन कालजे सोमवार को हमेशा की तरह मनपा मुख्यालय स्थित अपने चेम्बर में जमे रहे और लोगों से मिलने के साथ ही मनपा को बैठकों में भी शामिल रहे। इस्तीफे के बारे में पूछने पर उन्होंने स्पष्ट किया कि उनके वरिष्ठ नेता विधायक महेश लांडगे और शहराध्यक्ष लक्ष्मण जगताप जो फैसला करेंगे वो हमें मंजूर होगा। इस घमासान पर मुख्यमंत्री फैसला करनेवाले हैं, ऐसा लगातार कहा जा रहा है। मगर अब तक मुख्यमंत्री या किसी भी वरिष्ठ नेता ने इस्तीफा देनेवालों से कोई संपर्क नहीं किया है। खुद महापौर कालजे ने पुणे समाचार के साथ की गई बातचीत में इसकी पुष्टि की।

ज्ञात हो कि स्थायी समिति अध्यक्ष पद के लिए विलास मडेगीरी, शीतल शिंदे और विधायक महेश लांडगे के कट्टर समर्थक नगरसेवक राहुल लांडगे तीव्र इच्छुक थे। इसकी रेस में भी वे आगे चल रहे थे, मगर बाद में अचानक से ये सभी रेस से बाहर हो गए और विधायक लक्ष्मण जगताप की कट्टर समर्थक ममता गायकवाड़ को प्रत्याशी घोषित किया गया। इससे नाराज होकर विधायक लांडगे समर्थक महापौर नितिन कालजे और राहुल जाधव ने अपने पदों से इस्तीफा दिया है। उनके साथ ही शीतल शिंदे, लक्ष्मण सस्ते और सागर गवली ने भी अपने अपने पदों से इस्तीफ़े दिये हैं। सत्ताधारी भाजपा में मचे घमासान और इस्तीफों के दौर के चलते मनपा गलियारे में आज होनेवाली गतिविधियों की ओर उत्सुकता वश देखा जा रहा था। हांलाकि आज ऐसी कोई विशेष गतिविधि नजर नहीं आयी।

उल्टे इस्तीफा देने के बाद महापौर नितिन कालजे न केवल अपने चेंबर में आये बल्कि लोगों से मुलाकात और मनपा के कामकाज में भी हिस्सा लिया। पूछने पर उन्होंने स्पष्ट किया कि उनके इस्तीफे पर अब तक फैसला नहीं हुआ है। विधायक महेश लांडगे और लक्ष्मण जगताप जो फैसला करेंगे वह हमें मंजूर होगा। बहरहाल विधायक जगताप ने इस बारे में पूछने पर बताया कि इस पूरे मसले पर कल मुख्यमंत्री के साथ चर्चा हो सकती है। नाराज नगरसेवकों की नाराजगी जल्द दूर होगी। वहीं विधायक लांडगे से काफी कोशिशों के बावजूद सम्पर्क नहीं हो सका।