रियल इस्टेट मार्केट में पुणे की औसत बिक्री 29% से गिरी

पुणे। समाचार एजेंसी

प्रॉपर्टी बाजार में एनआरआई और निवेशकों द्वारा वित्तीय लाभ उठाने के लिए उभरे पुणे का आकर्षण तेजी से घटा है। 2013-14 से 2017 के दौरान पुणे में औसत सेल 29 फीसदी तक कम हुई है। हांलाकि देश के रियल्टी सेक्टर में सुधार के संकेत मिलने लगे हैं। मगर इस बार निवेशकों की पहली दिल्ली, मुंबई या पुणे नहीं, बल्कि हैदराबाद है।

प्रॉपर्टी कंसल्टेंट एनारॉक के अनुसार, 2013-14 से 2017 की तुलना में यह 32 फीसदी तक बढ़ी है। दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, पुणे, चेन्नई और कोलकाता में यह तेजी से गिरी है। दिल्ली में तो 67 फीसदी तक की गिरावट दर्ज की गई। पुणे में औसत सेल 29 फीसदी तक कम हुई है। 2013-14 से 2017 के दौरान औसत सेल में सबसे कम गिरावट कोलकाता में महज 12 फीसदी की रही।

गौरतलब है कि देश के बाकी प्रमुख शहरों में प्रॉपर्टी बाजार काफी नरम है। तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद के प्रॉपर्टी बाजार में तेजी है। मौजूदा हालातों में यही एकमात्र बड़ा शहर है, जो आपको प्रॉपर्टी निवेश पर अच्छा मुनाफा दे सकता है। औसत सेल के मामले में वृद्धि दर्ज करने वाला इकलौता शहर हैदराबाद बना है जहां 2013-14 से 2017 के दौरान यहां औसत सेल 32 फीसदी बढ़ी।

हैदराबाद में प्रॉपर्टी बढ़ने का मुख्य कारण है कि 2014 में आंध्र प्रदेश से अलग होने के बाद यहां राजनैतिक स्थिरता आई है। इसके अलावा सरकारी नीतियों की सक्रियता और इंफ्रा प्रोजेक्ट्स में आई तेजी से यहां के प्रॉपर्टी बाजार को काफी मदद मिली है। इस शहर में मेट्रो रेल, बेहतर सड़क और एलिवेटेड कॉरिडोर पर तेजी से काम हो रहा है। इसके अलावा एचएमजीए की सीमाओं के बीच नानकरामगुदा, गाचिबावली और बालाजी चिल्कुर मंदिर के कुछ इलाकों में आईटी कंपनियां तेजी से कदम रख रही हैं। इससे हैदराबाद का विस्तार हो रहा है।