सत्ताधारी दल के ‘गोलमाल’ से एकाउंट विभाग की दिक्कत बढ़ी

लगातार स्थगन से बजट मंजूरी फिर एक बार टली
पिम्परी: पुणे समाचार ऑनलाइन

अनावश्यक कामों को टालते हुए सालाना बजट के 250 पन्ने कम करने का दावा करने वाले पिम्परी चिंचवड़ मनपा के प्रशासन की दिक्कतों को सत्ताधारी भाजपा ने बढ़ा दिया है। 5262.30 करोड़ रुपए के बजट में उपसूझावों के जरिए 722 करोड़ पांच लाख रुपए खर्च के 1049 काम शामिल किए गए हैं। अब इनमें से किसके उपसुझाव मंजूर किये जाय और किसके नहीं? मनपा का एकाउंट विभाग इस कशमकश में डूबा हुआ है। नतीजन आज बजट विशेष सभा पुनः स्थगित किये जाने से बजट मंजूरी फिर एक बार टल गई है।

सन 2018-2019 इस नए वित्त वर्ष हेतु 5235.26 करोड़ रुपए का बजट पेश किया गया। स्थायी समिति ने उपसुझाव के साथ कुल 5262.30 करोड़ रुपए का बजट अंतिम मान्यता हेतु सर्व साधारण सभा में पेश किया गया। 26 फरवरी को बजट पेश करने के बाद बजट विशेष सभा स्थगित की गई। 20 मार्च की सभा में बजट पर आठ घंटों की मैराथन चर्चा के बाद 722 करोड़ पांच लाख रुपए के 1049 उपसुझाव पेश किये गए और सभा स्थगित कर दी गई। आज यह स्थगित सभा पुनः बुलाई गई थी, मगर श्रीनगर के आतंकी हमले में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित कर यह सभा 27 मार्च तक हेतु स्थगित की गई।

लगातार तीन बार विशेष सभा स्थगित किये जाने से मनपा का सालाना बजट मंजूरी से दूर रह गया है। बजट पेश करने के बाद चर्चा टालने की कोशिशों में सभा स्थगित की गई थी, अब घमासान व लंबी चर्चा के बाद 1049 में से किसके उपसुझाव ग्राह्य माने जाय और किसके नहीं? इस जद्दोजहद के चलते बजट विशेष सभा स्थगित की गई है, यह चर्चा मनपा गलियारे में शुरू है। सूत्रों की मानें तो मनपा का सत्ताधारी भाजपा के ‘गोलमाल’ से एकाउंट विभाग की मुश्किलें बढ़ गई है। सत्ताधारी व विपक्ष के दबाव के चलते विभाग यह तय नहीं कर पा रहा है कि कौन से उपसुझाव मंजूर करे और कौन से नामंजूर? इसके लिए सभा स्थगन को सत्ताधारी दल ने हथियार बना रखा है।