सत्ताधारी दल के साथ मनपा आयुक्त का भी राजनीतिक द्वेष उजागर!

पिम्परी। पुणे समाचार ऑनलाइन

सत्ता परिवर्तन के बाद सत्ताधारी दल भाजपा का विपक्षी दलों के प्रति राजनीतिक द्वेष लाजिमी है, मगर पिंपरी चिंचवड मनपा आयुक्त श्रावण हार्डिकर का यह द्वेष हजम करने जैसा नहीं है। आयुक्त पर भाजपा की ओर ज्यादा झुकाव, भाजपा प्रवक्ता, नौकर जैसे आरोप लगातार से होते आये हैं, हांलाकि अब ये साबित हो गया है। तलवड़े- रूपीनगर प्रभाग में मनपा की विविध विकास परियोजनाओं के उदघाटन समारोहों में महापौर व मनपा में भाजपा के दूसरे पदाधिकारियों के साथ मनपा आयुक्त हार्डिकर की गैरमौजूदगी ने भाजपा व मनपा आयुक्त पर राजनीतिक द्वेष के आरोपों को प्रमाणित कर दिया है।

असल में यह प्रभाग राष्ट्रवादी कांग्रेस के वर्चस्व वाला है, यहां से चारों नगरसेवक राष्ट्रवादी के हैं।बीती रात यहां भैरवनाथ महाराज प्रवेशद्वार, मनपा के दवाखाने का उद्‌घाटन पूर्व उपमुख्यमंत्री अजीत पवार के हाथों किया गया। इसी के साथ आईएसओ प्रमाणपत्र हासिल स्व.किसनराव संतुजी भालेकर स्कूल की 10वीं सालगिरह का कार्यक्रम भी सम्पन्न हुआ। प्रोटोकॉल के अनुसार महापौर नितिन कालजे इन समारोहो के अध्यक्ष थे और मनपा आयुक्त श्रावण हार्डिकर व अन्य पदधिकारी प्रमुख अतिथि के तौर पर आमंत्रित थे। राष्ट्रवादी कांग्रेस के नगरसेवकों के कार्यक्रम के कारण इनमें से कोई यहां उपस्थितनहीं रहा। इसकी वजह राष्ट्रवादी के प्रति राजनीतिक द्वेष बताई जा रही है।

हालांकि ऐसा कर भाजपा के पदाधिकारियों, खासकर महापौर ने अपनी राजनीतिक अपरिपक्वता जाहिर की है, क्योंकि महापौर किसी राजनीतिक दल का नहीं बल्कि पूरे शहर का होता है। वहीं मनपा आयुक्त ने भी यह साबित कर दिया कि वे सत्ताधारी दल के कितने करीबी हैं, जबकि प्रशासन के मुखिया के नाते उन्हें इस प्रकार का राजनीतिक द्वेष शोभा नहीं देता। यह प्रतिक्रिया राष्ट्रवादी के स्थानीय नेताओं ने दी है। वहीं खुद पूर्व उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने अपने शासनकाल में विपक्षी दलों के साथ को दिए सम्मान की याद दिलाते हुए अपनी नाराजगी जाहिर की। बहरहाल महापौर द्वारा यह कार्यक्रम रद्द किये जाने को लेकर प्रशासन को सूचित किये जाने से उपस्थित नहीं रहने का स्पष्टीकरण मनपा आयुक्त ने दिया है।