समाज आदिशक्‍ति नारी का सम्‍मान करे

राष्ट्रीय महिला संसद मुंबई शाखा के उद्घाटन मौके पर पंकजा मुंडे ने कहा

मुंबई : नवरात्रि में आदि शक्‍ति नारी के जो नौ रुपों को दिखाया जाता  है उसका पालन करते हुए समाज नारी को उचित सम्‍मान दे. लेकिन ऐसी स्‍थिति अब तक दिखाई नहीं देती है.  इसके लिए महिलाओं को एकत्रित आकर उनका सशक्‍तीकरण होने पर ही यह संभव हो सकता है. ऐसा विश्र्वास राजय की महिला तथा बालकल्‍याण मंत्री पंकजा मुंडे ने एमआइटी स्‍कूल ऑफ गर्वेनमेंट के तहत आयोजित राष्ट्रीय महिला संसद के मुंबई चैप्‍टर के उद्घाटन पर जताया.

इस मौके पर  प्रसिद्ध गायिका तथा बैंक व्‍यवसायी अमृता फडणवीस, पोद्दार फाउंडेशन की प्रबंधकीय विश्र्वस्‍त डॉ. प्रकृती पोद्दार, राष्ट्रीय महिला संसद के संस्‍थापक तथा माईर्स एमआइटी शिक्षा संस्‍था के कार्यकारी सचांलक प्रा. राहुल विश्र्वनाथ कराड एवं एनडब्‍ल्‍यूपीय के सीओओ तथा एमआइटी डब्‍ल्‍यूपीयूके मैनेजमेंट विभाग की डीन डॉ. सायली गणकर  सम्‍माननीय अतिथि के रूप में उपस्‍थित थे.

पंकजा मुंडे ने कहा, सारी दुनिया में महिलाओं को उनके अधिकार एवं उन्‍हे स्‍वतंत्र विचार करने पर पाबंदी है. लेकिन भारत में ऐसी स्‍थिति में काफी परिवर्तन आया है. महिलाएं आज सभी क्षेत्रों में अपनी अलग पहचान बना रही है. शायद आनेवाले समय में राष्ट्रीय पुरूष संसद का आयोजन करने की नौबत आ सकती है

अमृता फडणवीसने कहा, देश में पहलीबार महिला सशक्‍तीकरण के लिए आयोजित किए इस  चैप्‍टर से महिलाओं में एकता बढेगी. व्‍यवसाय, राजनीति और अन्‍य क्षेत्रों में महिलाएं अपनी अलग पहचान बनी रही है.  महिलाओं को उचित सुरक्षा मिलने पर  वह घर के साथ समाज का अच्‍छी तरह से नेतृत्व कर सकती है. सभी को एकसाथ लेकर चलने की क्षमता उनमें जन्‍म से होती है. सशक्‍तीकरण के जरिए महिलाओं को मदद करना जरूरी है.

प्रृकती पोद्दार ने कहा, देश की महिलाओं के मानसिकता में बडे पैमाने पर परितर्वन लाने के लिए यह बेहतरीन प्‍लैटफॉर्म है. नेशनल वुमेन्‍स पार्लमेंट से महिलाओं को सशक्‍त बनने का एक प्रयोग है. महिलाओं के संदर्भ में कार्य करनेवाली सामाजिक संस्‍था तथा महिला संगठनों को एकत्रित लाने का कार्य कर सकते. महिलाओं की समस्‍याओं को छुडाने कार्य हो.

प्रा. राहुल कराड ने कहा, राष्ट्रीय महिला संसद का आयोजन क्‍यों करते है इस पर सोचना जरूरी है. फिलहाल भारत में कृषि क्षेत्र से जूडी महिलाएं,य अल्‍पसंख्यंक और दलित महिलाओं के उद्धार के लिए सभी को मिलकर कार्य करना होगा. महिला सशक्‍तीकरण का उद्देश को लेकर पिछले वर्ष हमने आंध्रप्रदेश सरकार और एमआइटी की ओर से अमरावति में देश की पहली नेशनल वूमेन्‍स पार्लमेंट का आयोजन किया था. जिसमें देश से १५ हजार से अधिक महिलाओं ने बढ चढकर हिस्‍सा लिया था. महिलाओं को प्रेरित कर उन्‍हे  सशक्‍तबनाने के लिए ऐसे पार्लमेंट की आवश्यकता है.

उद्घाटन के बाद आयोजित पहले सत्र में  जैन स्‍कूल ऑफ ग्‍लोबल मैनेजमेंटकी डायरेक्‍टर चारुलता रवी कुमार, माविमच् की  इंदिरा मल्‍लो, वरिष्ठ वकिल आभा सिंह, मयुरेश की सीईओ मनिषा गिऱ्होत्रा,  डाईस डिस्‍ट्रीक्‍ट की संस्‍थापक राधा कपूर खन्नाने  इम्‍पॉवरमेंट थ्रू पार्टीसिफेट डेमोक्रॉसी  विषय पर विचार रखे

राष्ट्रीय महिला संसद मुंबई शाखा में महिला संगठन, एनजीओ, सामाजिक संगठनजैसे अलग अलग क्षेत्र के सैकडो महिला शामिल हुई थी.