सेना में नौकरी का झाँसा देने के मामले में एक और गिरफ्तार

नासिक : पुणे समाचार

भारतीय सेना में नौकरी देने का सपना दिखाकर नासिक सहित जलगाव और अन्य स्थानों से सैकड़ों युवकों को करोड़ों रुपयों का चूना लगाने वाले सेना के पूर्व सुबेदार हुसनोद्दीन चांदभाई शेख को कोर्ट ने न्यायिक हिरासत का आदेश दिया उसके बाद इस मामले में पाचोरा पुलिस ने पुणे से एक और को गिरफ्तार किया है। पुलिस को संदेह है कि नकली कागज़ात बनाने के काम में उसका भी हाथ था। जिस पर शक की सुई मंडरा रही है उसका नाम नज़ीम वोरा बताया जा रहा है। वह पुणे के गणेश नगर इलाके में रहता है।

इस जालसाजी के मुख्य सूत्रधार हुसनोद्दीन के ख़िलाफ़ जलगाव जिले के पाचोरा के साथ अन्य तीन पुलिस थानों में भी अपराध दर्ज किया गया है। जाँच में पहले पहल यह उभर कर आया कि यह गबन 10 से 12 करोड़ रुपए से भी अधिक का होगा। लगभग साड़े तीन सौ-चार सौ बेरोज़गार युवाओं को आरोपी ने सेना में शामिल होने का झूठा सपना दिखाया था। गत माह पुलिस ने हुसनोद्दीन को पत्नी-बच्चों के साथ गिरफ्तार किया। पुलिस में कैद रहने के बाद कोर्ट ने माँ-बेटे को न्यायिक हिरासत में भेजा था। जबकि हुसनोद्दीन की हिरासत को 8 मार्च तक के लिए बढ़ाया गया था। हिरासत की अवधि समाप्त होने के बाद उसे फिर अदालत में पेश किया गया और उसे फिर से न्यायिक हिरासत में भेजा गया। हुसनोद्दीन बेरोज़गार युवाओं को सेना में शामिल करवाने का झांसा देकर पैसे ऐंठा करता था। वह झूठा नियुक्ति पत्र भी देता था। पाचोरा पुलिस ने जब जाँच प्रारंभ की तो इन नकली कागज़ातों को बाने वाले नज़ीम वोरा को गिरफ्तार किया गया। लेकिन नज़ीम का कहना है कि वह केवल कागज़ात देने का काम करता था, उन कागज़ातों को कोई और बनाता था। पाचोरा पुलिस का एक दल पुणे के लिए रवाना हो गया है।

इस मामले को वित्तीय शाखा विभाग से वर्गीकृत कर नासिक के इंदिरा नगर पुलिस स्टेशन में भी भेजा गया, जिसे जाँच के लिए इसे फिर से वित्तीय अपराध शाखा को वर्गीकृत किया गया है। बताया जा रहा है कि केवल नासिक के 58 से अधिक युवकों के लगभग डेढ़ करोड़ रुपयों का आरोपी ने गबन किया है। पाचोरा पुलिस अभी मामले की जाँच कर रही है। कोर्ट के आदेश के बाद नासिक पुलिस इस गबन के मुख्य कर्ता-धर्ता को अपनी कस्टडी में ले सकती है।