हां! वरिष्ठ स्तर से पिम्परी चिंचवड़ रहा नजरअंदाज!

मनसे के आला नेता बाला नांदगांवकर ने किया स्वीकार
पिम्परी। पुणे समाचार
पार्टी के ‘अच्छे’ दिन से लेकर आज अपना वजूद तलाशने समान हालातों तक मनसे (महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना) के वरिष्ठ स्तर से पार्टी की शहर इकाई नजरअंदाज रही। यह बात पार्टी के वरिष्ठ नेता बाला नांदगांवकर ने स्वीकार की साथ ही इसके आगे से कार्यकर्ता जब भी आवाज देंगे, हम आएंगे, कहकर पिम्परी चिंचवड़ की सियासत और पार्टी संगठन में खुद ध्यान देने के संकेत दिए।

आगामी चुनावों के मद्देनजर पार्टी संगठन मजबूत बनाने के लिहाज से मनसे नेता राज्यभर दौरा कर रहे हैं। इसी कड़ी में बुधवार को नांदगांवकर समेत मनसे के वरिष्ठ नेता अविनाश अभ्यंकर, अनिल शिदोरे, जिलाध्यक्ष समीर ठिगले, रवींद्र गारुडकर पिम्परी चिंचवड़ पधारे थे। आज उन्होंने शहर में पार्टी पदाधिकारियों व नेताओं के साथ बैठक की और कार्यकर्ताओं से संवाद साधा। मनसे के शहराध्यक्ष व नगरसेवक सचिन चिखले उनके साथ थे।

इस बैठक में वरिष्ठ नेताओं ने स्थानीय पदाधिकारियों से आगामी चुनावों की रणनीति, पार्टी संगठन के लिहाज से चर्चा विमर्श किया। स्थानीय नेताओं व कार्यकर्ताओं ने वरिष्ठ स्तर से पिम्परी चिंचवड़ इकाई हमेशा से उपेक्षित रहने की शिकायत की। खुद वरिष्ठ नेता बाला नांदगांवकर ने इस बात को स्वीकार किया और आगे से शहर में खुद ध्यान देने का भरोसा दिलाया। यहां के नेताओं ने मुझे जब जब बुलाया तब तब आया हूँ, आगे भी आऊंगा। फिर चाहे स्थानीय मसलों पर आंदोलन का विषय हो या पार्टी संगठन का। आप जब आवाज दोगे तब हाजिर हो जाऊंगा, यह भरोसा भी उन्होंने दिलाया।