भारत-जापान में 6 समझौतों पर हस्ताक्षर

टोक्यो | समाचार ऑनलाइन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे के बिच आज छह समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए।  आज हुए बातचीत में भारत और जापान ने एक हाई स्पीड रेल परियोजना और नौसेना सहयोग समेत छह समझौतों पर हस्ताक्षर किए तथा टू प्लस टू वार्ता करने पर सहमति जताई। शिखर वार्ता में दोनों ने भारत-प्रशांत क्षेत्र के हालात समेत विभिन्न द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की।
दोनों नेताओं ने सहमति जताई कि, भारत और जापान को एक व्यवस्था आधारित और समावेशी वैश्विक व्यवस्था के लिए मिलकर काम करना चाहिए। उन्होंने दोनों देशों के विदेश मंत्रियों तथा रक्षा मंत्रियों के बीच टू प्लस टू वार्ता करने पर सहमति जताई।  भारत का इस तरह का अमेरिका से समझौता है और दोनों ने पिछले महीने नई दिल्ली में टू प्लस टू वार्ता का पहला दौर आयोजित किया था।
प्रधानमंत्री मोदी ने इस बातचीत के बाद कहा कि, हम दोनों ने इस बात पर सहमति जताई कि डिजिटल साझेदारी से लेकर साइबर क्षेत्र, स्वास्थ्य, रक्षा, समुद्र से अंतरिक्ष तक, हर क्षेत्र में हम अपनी भागीदारी को मजबूत करेंगे। दोनों नेताओं ने मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल परियोजना में हुई प्रगति की समीक्षा की जो भारत-जापान सहयोग का महत्वपूर्ण प्रतीक है। दोनों पक्षों ने परियोजना के लिए ऋण पर एक सहमति की। उन्होंने मेट्रो परियोजनाओं पर सतत सहयोग का स्वागत किया।
दोनों पक्षों ने भारतीय नौसेना और जापान मैरीटाइम सेल्फ-डिफेंस फोर्स (जेएमएसडीएफ) के बीच सहयोग गहन करने के लिहाज से भी एक समझौता किया। औपचारिक शिखर वार्ता से एक दिन पहले ही दोनों प्रधानमंत्रियों ने खूबसूरत प्रशासनिक प्रांत यामानाशी में माउंट फुजी के पास एक आलीशान रिसार्ट में करीब आठ घंटे साथ-साथ बिताए थे। इस दौरान दोनों देशों के बीच संबंधों पर और द्विपक्षीय संबंध के रणनीतिक आयाम को और गहरा करने पर चर्चा हुई।
शनिवार को जपान पहुंचे मोदी को प्रधानमंत्री आबे के सरकारी आवास कांतेई में पहुंचने पर गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। मोदी प्रधानमंत्री के रूप में पहली बार सितंबर 2014 में जापान गए थे। तब से आबे के साथ उनकी यह 12वीं मुलाकात है।