समाचार ऑनलाइन- पाक अधिकृत काश्मीर के बालाकोट में इंडियन आर्मी द्वारा की गई एयरस्ट्राइक के बाद से मशहूर हुए इंडियन एयर फोर्स के विंग कमांडर अभिनंदन नें देश में अपनी बहादुरी की मिशाल कायम की हैं. एक बार फिर वे उसी जोश-खरोश के साथ मिग 21 की कॉकपिट में पहुंच चुके हैं. आज उन्होंने भारतीय वायुसेना के प्रमुख बीएस धनोआ के साथ उड़ान भरी. चौंकाने वाली बात यह हैं कि इस दौरान अभिनंदन अपनी मूँछों के साथ बदले हुए, नए अंदाज़ काफ़ी हेण्ड्सम नज़र आये.
हालांकि धनोआ ने अभिनंदन के साथ उड़ान भरने पर कहा है कि, “उनके साथ उड़ान भरना मेरे लिए गर्व की बात है.”
मूंछों के साथ हेयर स्टाइल भी की चेंज
आज जारी हुई फोटोज में साफ देखा जा सकता है कि उन्होंने अपनी मूंछ के साथ ही अपना हेयर स्टाइल भी बदल लिया है. सभी जानते हैं कि बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद अभिनन्दन अपनी बड़ी-बड़ी मूछों को लेकर देश के युवाओं के बीच खासे लोकप्रिय हुए थे. देश में उनकी तरह मूंछें रखने का जैसे चलन चालू हो गया था.
पाक के F16 को ध्वस्त करने के बाद पहुंच गए थे PoK में,
हाल ही में वीर चक्र से हुए सम्मानित
बता दें कि, विंग कमांडर अभिनंदन ने साहस दिखाते हुए पाकिस्तान के एफ 16 विमान को आसमान में ही खदेड़ दिया था. हालांकि इसमें उनका विमान क्षतिग्रस्त होकर, पाकिस्तान के कब्जे किए हुए हिस्से अर्थात पीओके पहुंच गया था. पाकिस्तान में फंस जाने औऱ फ़िर उनके चंगुल से निकलने में क़ामयाब होने वाले वीर बहादुर अभिनंदन को भारत सरकार ने उनकी वीरता के लिए उन्हें वीर चक्र से भी नवाज़ा है.
#WATCH Pathankot: IAF Chief Air Chief Marshal BS Dhanoa and Wing Commander Abhinandan Varthaman moving towards the MiG-21 before their sortie earlier today. #Punjab pic.twitter.com/Rz9KJVJVWi
— ANI (@ANI) September 2, 2019
देश में हुआ था उनकी मूंछों का दीवाना
हालाँकि सिर्फ 24 घंटे की भीतर अभिनंदन पाकिस्तान के कब्जे से सकुशल अपने वतन लौटने में कामयाब रहे, जिसमें भारतीय कूटनीति का अहम योगदान रहा. पाकिस्तान द्वारा मजबूरन वाघा बॉर्डर से अभिनंदन को भारत भेजना पड़ा था. लौटते वक्त जब बड़ी-बड़ी स्टाइलिश मूछों में उनकी फोटो आई तो लोग उनकी मूंछों के दीवाने हो गए और खुद भी उनके जैसी मूछें रखने लगे थे. मूछों की इस दीवानगी को लेकर एक औऱ वाकया चौंकाने वाला आया था, जब लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधिरंजन चौधरी ने उनके स्टाइल को राष्ट्रीय मूंछ घोषित करने तक की मांग कर डाली थी.