‘वाह रे फडणवीस तेरा खेल, सस्ती दारू मंहगा तेल’ 

मुंबई | समाचार ऑनलाइन – विधानमंडल का शीतकालीन सत्र आज से शुरू हो गया है। सत्र के पहले दिन से ही विपक्ष का आक्रामक रूप नज़र आया। सत्र शुरू होने से पहले विपक्षी दल कांग्रेस-राकांपा के विधायकों ने सदन की सीढ़ियों पर बैठकर सरकार विरोधी नारेबाजी की। उन्होंने ‘वाह रे फडणवीस तेरा खेल, सस्ती दारू मंहगा तेल’ जैसे नारे लगाये। माना जा रहा है कि शीतकालीन सत्र में विपक्ष सूखा, मराठा-धनगर और मुस्लिम आरक्षण को लेकर सरकार को घेरेगा। इस बार शीतसत्र में 13 नए विधेयक पेश किए जाएंगे।

जबकि विधान परिषद में लंबित 2 और विधानसभा में लंबित 8 विधेयकों को मंजूरी के लिए पेश किया जाएगा। दोनों सदनों की कामकाज सलाहकार समिति की बैठक में दो सप्ताह के कामकाज को अनुमति प्रदान की गई है। हालांकि विपक्ष का आरोप है कि जनहित से जुड़ी समस्याओं पर बहस से बचने के लिए राज्य सरकार ने केवल दो सप्ताह का सत्र बुलाया है। विधानसभा में विपक्ष के नेता राधाकृष्ण विखे पाटिल ने इस पर आपत्ति जताई है। माना जा रहा है कि किसानों को लेकर विपक्ष के आक्रामक तेवर व हालात को देखते हुए इस बार सूखाग्रस्त क्षेत्रों को लेकर सरकार कोई बड़ा फैसला ले सकती है।

अब नहीं देंगे इस्तीफ़ा

वहीं, मुख्यमंत्री से साढ़े तीन घंटे हुई चर्चा के बाद धुले के भाजपा विधायक अनिल गोटे ने फ़िलहाल इस्तीफ़ा नहीं देने का फैसला लिया है। इसके पहले उन्होंने 19 नवंबर को विधानसभा सदस्यता से इस्तीफा देने की बात कही थी। सोमवार को विधानभवन पहुंचे गोटे ने कहा कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मेरी दोनों शर्तें मान ली हैं। उन्होंने आश्वाशन दिया है कि पार्टी में अपराधियों को प्रवेश नहीं दिया जाएगा और धुले मनपा चुनाव पार्टी मेरे नेतृत्व में लड़ेगी।

पोस्टर लेकर पहुंचे

भाजपा विधायक ने कहा कि यदि फिर से मेरे साथ धोखा हुआ तो फिर आक्रामक रुख अख्तियार करूँगा। सत्ताधारी शिवसेना के मराठा विधायको ने भी विधान भवन परिसर में मराठा आरक्षण की मांग को लेकर नारेबाजी की। ये विधायक मराठा आरक्षण की मांग वाले पोस्टर पहनकर विधान भवन पहुंचे। एमआईएम के दोनों विधायक भी मुस्लिम आरक्षण की मांग वाले पोस्टर लेकर विधान भवन पहुँचे, जिस पर लिखा था कि हमें भी जश्न मनाने की तारीख बताएं। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि मराठा समाज 1 दिसंबर को जश्न मनाने की तैयारी करे।