बीजेपी ने धोखे से सरकार बनाई: राहुल गांधी

कर्नाटक : कोर्ट का फैसला सामने आने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बीजेपी पर पलटवार किया है .

कर्नाटक विधानसभा चुनाव मामले में सुप्रीम कोर्ट ने आज अपना फैसला सुना दिया है। कोर्ट ने साफ कर दिया है कि शनिवार शाम चार बजे कर्नाटक विधानसभा में शक्ति परीक्षण कराया जाए। साथ ही कोर्ट ने कहा है कि फ्लोर टेस्ट की वीडियोग्राफी भी कराई जाए। कोर्ट का फैसला सामने आने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बीजेपी पर पलटवार किया है।

कोर्ट के फैसले का स्वागत

राहुल ने कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश से हमारा कदम सही साबित हुआ है। बीजेपी ने धोखे से सरकार बनाई है। राहुल ने ट्वीट कर लिखा कि राज्यपाल ने असंवैधानिक काम किया है। उन्होंने संवैधानिक भावना के खिलाफ काम किया है। वैध तरीके से रोके जाने के बाद अब वो (बीजेपी) बहुमत चुराने के लिए धनबल और बाहुलबल का इस्तेमाल करेंगे।

फ्लोर टेस्ट कल ही क्यों नहीं हो सकता?

इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में कहा, यह नंबर गेम है, जिसके पास बहुमत है उसे सरकार बनाने के लिए बुलाया जाना चाहिए। सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि फ्लोर टेस्ट कल ही क्यों नहीं हो सकता? जस्टिस सिकरी ने कहा, फ्लोर टेस्ट ही सबसे अच्छा विकल्प रहेगा। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि वो जानना चाहता है कि किस आधार पर गवर्नर ने बीजेपी को सरकार बनाने के लिए बुलाया। इसपर बीजेपी वकील मुकल रोहतगी ने कोर्ट को बताया कि इसपर वे कुछ नहीं बोलना चाहते।

नामांकन नहीं होगा

सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक एंग्लो इंडियन विधायकों का नामांकन नहीं होगा। राज्य के डीजीपी कर्नाटक में सुरक्षा का मुकम्मल बंदोबस्त करेंगे। प्रोटेम स्पीकर फ्लोर टेस्ट के तरीकों पर फैसला करेंगे। कोर्ट ने सीक्रेट बैलट से मतदान की मांग को ठुकरा दिया है। सुप्रीम कोर्ट के मुताबिक, येदियुरप्पा फ्लोर टेस्ट होने तक कोई नीतिगत फैसला नहीं ले सकेंगे।

फ्लोर टेस्ट कराए जाने के लिए तैयार

वहीं कांग्रेस और जेडीएस कल फ्लोर टेस्ट कराए जाने के लिए तैयार हैं। हालांकि दोनों पार्टियों ने अपने विधायकों की सुरक्षा की मांग की है। कांग्रेस-जेडीएस के वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने दोनों पार्टियों की तरफ से कल ही फ्लोर टेस्ट करवाने की बात पर सहमति जताई है। सिंघवी ने कहा, येदियुरप्पा ने समर्थन का दावा किया है, लेकिन उनके पास समर्थन पत्र नहीं है. वो सिर्फ मौखिक दावे कर रहे हैं।