बिर्ला हॉस्पिटल की जांच हेतु चैरिटी कमिश्नर ने किया निरीक्षक नियुक्त

पिंपरी। समाचार ऑनलाइन
बिल के लिए मरीज को कैद रखने और गरीबी रेखा तले के मरीजों के इलाज में आनाकानी करनेवाले चिंचवड स्थित आदित्य बिर्ला मेमोरियल हॉस्पिटल के सभी कामकाज की व्यापक जांच के लिए धन्वंतरि हॉस्पिटल भेजा है। इस योजना की व्यापक जाँच के लिए चैरिटी कमिश्नर ने अस्पताल की जांच के लिए निरीक्षक नियुक्त किया है। साथ ही जो मरीज गरीबी रेखा तले नहीं आता उनके परिजनों को सूचित किये बिना इलाज से इनकार न करने की हिदायत भी दी है।

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निरीक्षक को जांच रिपोर्ट में हॉस्पिटल प्रबंधन दोषी पाया गया तो उसके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की चेतावनी भी दी। चैरिटी एक्ट के तहत रजिस्टर रहने के बावजूद हॉस्पिटल के नाम में इसका उल्लेख करने और गरीबी रेखा तले आने वाले मरीजों को आइपीएफ योजना की जानकारी देने के लिहाज से एक बोर्ड लगाने के आदेश की अमलबाजी न करने को लेकर हॉस्पिटल प्रबंधन को कड़ी फटकार लगाई है। जो मरीज इस योजना के लिए पात्र नहीं होते उन्हें उनके मरीजों को इत्तला दिए बिना इलाज से मना न करने को लेकर आगाह भी किया है।
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ज्ञात हो कि बिर्ला हॉस्पिटल चैरिटी हॉस्पिटल है। ऐसे अस्पतालों को सरकार की ओर से कई लाभ मिलते हैं। कानूनी तौर पर ऐसे हॉस्पिटल गरीब मरीजों को इलाज की सुविधा देना अनिवार्य है। बाहर से किसी फाइव स्टार होटल प्रतीत होनेवाले बिर्ला हॉस्पिटल में गरीब मरीजों के साथ गलत बर्ताव किया जाता है और उन्हें निःशुल्क इलाज नहीं दिया जाता। ऐसे ही एक मामले में हॉस्पिटल के खिलाफ पुलिस में शिकायत तक दर्ज कराई गई है। इसमें बिल के लिए मरीज को कैद में रखने और उसके परिजनों के साथ हॉस्पिटल के बाउंसर्स ने धक्कामुक्की किये जाने का आरोप भी लगाया है।
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बिर्ला हॉस्पिटल प्रबंधन ने भले ही इन मामलों को झूठा बताकर अपना दामन साफ बताया हो। मगर उसके खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराने में।पहल करनेवाले सामाजिक कार्यकर्ता अजीज शेख ने हॉस्पिटल के खिलाफ आंदोलन किया था। यहाँ कोई सुध न लिए जाने से उन्होंने पुणे में चैरिटी कमिश्नर ऑफिस के सामने आंदोलन किया। इसके बाद जॉइंट  चैरिटी कमिश्नर कार्यालय में हॉस्पिटल विभाग के अधीक्षक ने आंदोलनकारियों को दिए लिखित आश्वासन में बिल के लिए मरीज को कैद करने के मामले में बिर्ला हॉस्पिटल की जांच के लिए निरीक्षक की नियुक्ति करने की घोषणा की गई।