चिखली में वाटर प्यूरीफिकेशन सेंटर बनाने में 166 करोड़ का खर्च आएगा

करोड़ों लीटर क्षमता वाले वाटर प्यूरीफिकेशन सेंटर बनाने का रास्ता साफ हुआ 
पिंपरी : समाचार ऑनलाइन – आंद्रा और भामा आसखेड़ डैम से पानी लेने की मंजूरी मिलने के बाद अब चिखली में करोड़ों लीटर क्षमता वाले वाटर प्यूरीफिकेशन सेंटर को बनाने का रास्ता साफ हो गया है। नये बनने वाले वाटर प्यूरीफिकेशन सेंटर के लिए 166 करोड़ 35 लाख रुपए खर्च किए जाएंगे। प्रोजेक्ट मैनेजमेंट एडवाइजर ने इसका बजट तैयार किया है। इसे तकनीकी मंजूरी मिल गई है। इसके अनुसार वाटर प्यूरीफिकेशन सेंटर के कंस्ट्रक्शन के लिए पहले चरण में 46 करोड़ 48 लाख रुपए का टेंडर जारी किया गया है। इसके अलावा वाटर प्यूरीफिकेशन सेंटर का परिचालन व देखभाल दुरुस्ती के लिए कांट्रैक्टर्स को अलग से रकम दी जाएगी।

पिंपरी-चिंचवड़ देश में तेजी से विकसित हो रहा शहर है। अन्य शहरों की तुलना में इस शहर की जनसंख्या बढ़ने की गति दोगुनी है। शहर में पानी की मांग बढ़ रही है। मनपा क्षेत्र में अन्य आवश्यक सुविधाओं के साथ आवश्यक वाटर सप्लाई करनी होगी। शहर की जनसंख्या की गति को देखते हुए 2045 तक की जनसंख्या का विचार कर मनपा द्वारा सरकार से आंद्रा व भामा आसखेड़ डैम से पानी आरक्षित करने की मांग की है। इसके मद्देनजर सरकार ने आंद्रा डैम से 38।87 मिलियन घनमीटर और भामा आसखेड़ डैम से 60।79 मिलियन घनमीटर सहित कुल 99।66 मिलियन घनमीटर पानी के कोटे के आरक्षण को 24 अक्टूबर 2018 को मंजूरी दी थी।

शहर में नये विकसित हो रहे चिखली, चर्होली, वडमुखवाड़ी, दिघी और मोशी परिसर के लिए आंद्रा व भामा आसखेड़ डैम के जरिए पानी प्राप्त करने के लिए चिखली में वाटर प्यूरीफिकेशन सेंटर बनाने और जलापूर्ति योजना को लागू करने की जरूरत है। मनपा ने इससे पहले आंद्रा व भामा आसखेड़ डैम से पानी प्राप्त करने के लिए डीआरए कन्सल्टेंट को प्रोजेक्ट मैनेजमेंट एडवाइजर नियुक्त किया है। इसे तकनीकी मंजूरी मिल चुकी है। चिखली में नये बनने वाले करोड़ों लीटर क्षमता के पारंपरिक वाटर प्यूरीफिकेशन सेंटर के लिए 166 करोड़ 35 लाख रुपए के खर्च का बजट प्रोजेक्ट मैनेजमेंट एडवाइजर डीआरए कन्सल्टेंट ने तैयार किया है।

मनपा के वर्ष 2018-19 के बजट में जलापूर्ति विशेष योजना फंड से आंद्रा और भामा आसखेड़ डैम से शहर के लिए पानी लाने और उसके अनुसार काम करने पांच करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। जबकि इस लेखाशीर्ष के लिए 20 अप्रैल 2018 को जनरल बॉडी ने 500 करोड़ रुपए के प्रशासनिक रकम को मंजूरी दी। इस प्रोजेक्ट के लिए विभिन्न चरणों में खर्च होने वाली रकम का प्रबंध वाटर सप्लाई डिपार्टमेंट के जरिए किया गया है। पहले चरण के कार्यों के लिए डीआरए कन्सल्टेंट ने 46 करोड़ 48 लाख का टेंडर तैयार किया है। इसे जारी कर दिया गया है। यह टेंडर लाइफ साइकिल कॉस्ट की तुलना कर ओपेन टेक्नोलॉजी पर आधारित है।