दबंग आईपीएस ऑफिसर हिमांशु रॉय ने खुद को गोली मारी

मुंबई: अपराधियों के दिल में खौफ पैदा करने वाले हिमांशु रॉय अब हमारे बीच नहीं हैं।  महाराष्ट्र कैडर के इस रियल लाइफ दबंग ने खुद को गोली मारकर ख़ुदकुशी कर ली। हिमांशु लंबे समय से ब्लड कैंसर से पीड़ित थे। परिवारवालों को पता ही नहीं चला कि कब कैंसर ने उनके दिलो-दिमाग को इस तरह जकड़ लिया कि जिंदगी को जिंदादिली से जीने वाले हिमांशु ने मौत का दामने थामने का फैसला का डाला। 1988 बैच के आईपीएस अधिकारी हिमांशु 2016 के बाद से अपने ऑफिस भी नहीं जा रहे थे। कहा जा रहा है कि बीमारी के चलते हिमांशु अवसाद में घिर गए थे।

सुलझाये कई मामले

हिमांशु ने आईपीएल स्‍पॉट फिक्सिंग और पत्रकार जेडे हत्‍याकांड के अलावा कई बड़े मामलों की गुत्थी सुलझाने में अहम भूमिका निभाई थी। हिमांशु ने साल 2013 में आईपीएल स्‍पॉट फिक्सिंग केस में अभिनेता विंदु दारा सिंह को बुकिज से कथित लिंक के चलते गिरफ्तार किया था। इसके अलावा उन्‍होंने विजय पालंदे और लैला खान दोहरे हत्‍याकांड और पल्लवी पुर्खायस्ता हत्‍याकांड की भी जांच की। दाऊद की संपत्ति को जब्त करने के अभियान में उनकी प्रमुख भूमिका थी।

इसलिए नहीं बचाया जा सका

हिमांशु ने अपने सरकारी आवास पर सर्विस रिवॉल्वर से मुंह में गोली मारी, इसलिए उन्हें बचाया जाना संभव नहीं हो सका। गोली लगने के बाद परिजन उन्हें बॉम्बे हॉस्पिटल लेकर पहुंचे थे, जहां डॉक्टरों ने उन्हें बचाने का प्रयास किया, लेकिन असफल रहे।

पूरा विभाग सकते में

हिमांशु अपनी फिटनेस का पूरा ध्यान रखते थे। वो अपने साथियों को भी फिट रहने का मंत्र दिया करते थे। हिमांशु का कहना था कि जैसे हम बाकी कामों के लिए समय निकालते हैं ठीक वैसे ही हमें अपनी सेहत के लिए समय निकालना चाहिए। हिमांशु बिना किसी नागा के कसरत किया करते थे। वे मानसिक रूप से भी फिट रहते थे, इसलिए उनकी ख़ुदकुशी की खबर से पूरा विभाग सकते में हैं।

इन पदों पर किया काम

हिमांशु ने नाशिक और अहमदनगर के एसपी के तौर पर काम किया था। इसके बाद वह नासिक में डीसीपी ट्रैफिक, डीसीपी जोन 1 और पुलिस कमिश्नर के तौर पर पदस्थ रहे। वह 2009 में मुंबई पुलिस के जॉइंट कमिश्नर के तौर पर नियुक्त किये गए। इसके बाद उनकी पोस्टिंग साइबर क्राइम सेल में हुई फिर वह महाराष्ट्र पुलिस की एटीएस  के सदस्य बने, इसके बाद उनकी पोस्टिंग महाराष्ट्र पुलिस के एडिशनल डायरेक्टर जनरल के तौर पर हुई।