देहूरोड फ्लाईओवर दिसंबर आखिर तक बनकर होगा तैयार

रोड डेवलपमेंट बोर्ड के एक्जीक्यूटिव इंजीनियर संजय गांगुर्डे ने जानकारी दी
देहूरोड : समाचार ऑनलाइन – पुणे-मुंबई हाई-वे (नेशनल हाई-वे नंबर-4) के देहूरोड फ्लाईओवर का काम 15 दिसंबर तक पूरा हो जाएगा। स्ट्रीटलाइट, साइन बोर्ड, रंगरोगन व छोटे-छोटे कार्यों को छोड़ दें तो अन्य कार्य पूरे हो चुके हैं। इन कार्यों के पूरे होने से देहूरोड के जाम से लोगों को राहत मिलेगी।1070 मीटर लंबे इस फ्लाईओवर का कार्य तेज गति से रहा है।15 दिसंबर तक काम पूरा होने की संभावना है।नये वर्ष में यह फ्लाईओवर ट्रैफिक के लिए खोलने की योजना है।यह जानकारी रोड डेवलपमेंट बोर्ड के एक्जीक्यूटिव इंजीनियर संजय गांगुर्डे ने दी।

उन्होंने बताया कि देहूरोड में फ्लाईओवर के डामरीकरण का कार्य पूरी होेने के बाद इलेक्ट्रिक वायर डालने, स्ट्रीट लाइट के पोल लगाकर उस पर स्ट्रीट लाइट लगाने, सीमेंट के रेलिंग व पीलर का रंगरोगन, ट्रैफिक साइन बोर्ड और सिक्योरिटी फ्लेक्स लगाने सहित शेष बचे कार्यों को 15 दिसंबर तक पूरा करने की योजना है।

1070 मीटर लंबे इस फ्लाईओवर के कारण मुंबई से आने वाले सभी प्रकार की गाड़ियों और पुणे से आने वाली गाड़ियां आयुध निर्माणी से केंन्टोमेंट बोर्ड के डॉ।बाबासाहेब आंबेडकर हॉस्पिटल से सीधे देहूरोड होते हुए शहर से बाहर जाएगी।इससे देहूरोड बाजारपेठ क्षेत्र की पुरानी बैंक ऑफ इंडिया व स्वामी विवेकानंद चौक पर लगने वाले ट्रैफिक जाम से निजात मिलेगी।

जनवरी में सर्विस रोड की रिपेयरिंग होगी
फ्लाईओवर से परिवहन शुरू होने के बाद सर्विस रोड से वाहनों का आवागमन कम होगा।फ्लाईओवर का काम पूरा होने के बाद सर्विस रोड की बदहाल अवस्था और दोनों तरफ से टूटी हुई रोड को खोद कर फिर से आधुनिक पद्धति से डामरीकरण का काम जनवरी में किया जाएगा।

सात महीने की अवधि बढ़ाई गई
पुणे-मुंबई नेशनल हाई-वे पर देहूरोड में रेल लाइन के ऊपर बन रहे फ्लाईओवर व डॉ।बाबासाहेब आंबेडकर हॉस्पिटल तक 1070 मीटर लंबी फ्लाईओवर का काम पुणे की मेसर्स टी एंड टी इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड के जरिए किया जा रहा है।इन कार्यों के लिए 43 करोड़ 20 लाख रुपए का प्रावधान किया गया है।एक दिसंबर 2016 से 31 मई 2018 के बीच के 18 महीनों में कार्य पूरी करने की डेडलाइन थी।रेलवे लाइन रूट में चौड़ाई बढ़ाने के लिए रेलवे लाइन पुल का काम आवश्यक था, लेकिन रेलवे रूट प्रशासन से मंजूरी मिलने में देरी होने और विभिन्न कारणों की वजह से संबंधित कार्य धीमी गति से हो रही थी।अब इन कार्यों के लिए 7 महीने का अतिरिक्त समय दिया गया है।फ्लाईओवर के नीचे 23 सीमेंट के पिलर हैं, दो पिलर पुल को जोड़ेंगे।रिपब्लिक स्कूल के पास फ्लाईओवर की सबसे अधिक ऊंचाई 7 मीटर है।पुराने बैंक ऑफ इंडिया चौक व स्वामी विवेकानंद चौक क्षेत्र में यह फ्लाईओवर नीचे की तरफ उतरता है।इसलिए मुख्य चौक में इसकी ऊंचाई मध्यम भाग की तुलना में कुछ इंच कम है।निगड़ी जकात नाका से सेंट्रल चौक के बीच पूरी सड़क 6.3 किलोमीटर की है।इस सड़क पर फ्लाईओवर को छोड़कर 24 मीटर सड़क के फोर लेन का काम पीबीएफ कांट्रैक्टर द्वारा किया जाएगा।इस कार्य के लिए 39 करोड़ 6 लाख रुपए का प्रावधान किया गया है।