मराठा आंदोलनकारियों पर नक्सली बनने की नौबत न लाएं

सांसद उदयनराजे ने दी भाजपा सरकार को चेतावनी

पुणे। पुणे समाचार ऑनलाइन

मराठा आरक्षण के मुद्दे पर आक्रामक रवैया अख्तियार करते हुए राष्ट्रवादी कांग्रेस के सांसद और छत्रपति शिवाजी महाराज के वंशज उदयनराजे भोसले ने रविवार को पुणे में भाजपा सरकार को चेताते हुए कहा कि, मराठा आंदोलनकारियों पर नक्सली बनने की नौबत न लाएं, अन्यथा अनर्थ हुए बिना नहीं रह सकेगा। मराठा समुदाय को आरक्षण देना है या नहीं? इस बारे में एक बार स्पष्ट रूप से बता दें। आरक्षण के मसले पर अब कागजी घोड़े दौड़ाने बंद कर दें। इस चेतावनी के साथ ही सांसद उदयनराजे ने भाजपा के साथ ही अपनी ही पार्टी राष्ट्रवादी कांग्रेस पर भी निशाना साधते हुए कहा कि, मौजूदा और इससे पहले की सरकारों ने मराठा आरक्षण के मुद्दे को नजरअंदाज किया है।
[amazon_link asins=’B01DDP7D6W’ template=’ProductCarousel’ store=’policenama100-21′ marketplace=’IN’ link_id=’858daa1d-98b0-11e8-a7d5-333c2b963dd0′]

रविवार को जहाँ पुरे महाराष्ट्र में मराठा आंदोलन की आग धधक रही थी वहीं सांसद उदयनराजे की पहल में पुणे में मराठा आरक्षण परिषद की बैठक संपन्न हो रही थी। इसी बैठक में उन्होंने उपरोक्त चेतावनी दी है। इस बैठक में मराठा समाज के कई प्रतिष्ठित, मराठा आंदोलन के समन्वयक, आरक्षण विशेषज्ञ, इतिहास के अध्ययनकर्ता आदि शामिल हुए। मराठा के आंदोलन की अगली दिशा क्या होगी? इस बारे में बैठक में मंथन किया गया। साथ ही आरक्षण का फैसला होने तक तोड़फोड़ और आत्महत्याओं का सिलसिला रोकने पर भी सहमति बनी। 30 साल का दौर गुजरने के बाद मराठा समुदाय को आरक्षण नहीं मिल सका अब और कितना इन्तजार किया जाना चाहिए? यह सवाल भी उठाया गया।

महाराष्ट्र में मराठा समुदाय पर अपने ही बुनियादी अधिकारों के लिए भीख मांगने की नौबत आयी है। इस पर कड़ी नाराजगी जताते हुए मराठा क्रांति मोर्चा के समन्वयकों की मांगों और सूचनाओं का एक ज्ञापन मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को भेजने की बात भी इस बैठक में तय की गई। इसके बाद बैठक की जानकारी देते हुए सांसद उदयनराजे ने संवाददाताओं को बताया कि अब आरक्षण के मामले में सरकार को कागजी घोड़े दौड़ाना बंद कर देना चाहिए। इससे पहले और मौजूदा सरकारों ने इस मसले को नजरअंदाज किया इसलिए लोगों का आक्रोश भड़का है। सहूलियत की राजनीति के चलते अब तक आरक्षण के कई लोगों की बलि चढ़ गई। आखिर मराठा आरक्षण के मुद्दे पर सरकार का संगीत कुर्सी का खेल खत्म कब होगा? यह सवाल उठाते हुए सांसद भोसले ने कहा, मराठा समुदाय को आरक्षण देना है या नहीं सरकार को इस बारे स्पष्ट रूप से कह देना चाहिए।