एनएमसी बिल के विरोध में डॉक्टर एकदिनी हड़ताल पर

नई दिल्ली | समाचार ऑनलाइन

राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी) बिल के खिलाफ डॉक्टर आज एकदिनी हड़ताल पर हैं। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने शनिवार को देशभर के सभी अस्पतालों व नर्सिंग होम में हड़ताल की घोषणा की थी। हालांकि, दिल्ली के
सरकारी अस्पताल इस हड़ताल से दूर हैं। सरकारी अस्पतालों के रेजिडेंट डॉक्टरों के संगठनों का कहना है कि हम एसोसिएशन के साथ हैं, मगर सरकारी अस्पतालों में इतने कम समय के नोटिस पर हड़ताल संभव नहीं है। इसलिए एम्स,
सफदरजंग, आरएमएल, लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज व लोकनायक सहित सभी अस्पतालों में इलाज होगा। गौरतलब है कि पूरे देश में डॉक्टरों द्वारा राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग विधेयक का जोरदार विरोध किया जा रहा है। छह महीने पहले भी डॉक्टरों ने इसमें संशोधन की मांग को लेकर आंदोलन किया था।

[amazon_link asins=’B01BKEZYBY,B075VVRB8K,B07CVJ1Z86′ template=’ProductCarousel’ store=’policenama100-21′ marketplace=’IN’ link_id=’979ad26d-9268-11e8-bc05-13605f1db284′]

राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग विधेयक क्या है?

बिल में डॉक्टर्स की स्वायत्त संस्था एमसीआई को भंग कर नेशनल मेडिकल कमीशन का गठन करने का प्रावधान है। इसके अलावा, नॉन एलोपैथी डॉक्टर्स के लिए छह महीने के ब्रिज कोर्स का प्रावधान इस बिल में है, जिसे डॉक्टर्स घातक मानते हैं। प्राइवेट मेडिकल कॉलेज और डीम्ड यूनिवर्सिटीज के 50 फीसदी छात्रों की फीस प्राइवेट कॉलेज के द्वारा तय किए जाने का प्रावधान भी इसमें किया गया है। वहीं, बाकी की 50 फीसदी सीटों की फीस सरकार तय करेगी, एसोसिएशन इसे जनविरोधी बता रही है। साथ ही, बिल में एमबीबीएस की फाइनल परीक्षा एक साथ कराए जाने की बात कही गई है।