डॉ. अनिल रॉय के पंख छांटने की हुई शुरुआत!

वाईसीएम का कामकाज डॉ पवन सालवे को सौंपा

पिंपरी। पुणे समाचार ऑनलाइन

अक्सर नए- नए विवादों में घिरनेवाले पिंपरी चिंचवड़ मनपा के मुख्य स्वास्थ्य व चिकित्सीय अधिकारी डॉ. अनिल रॉय के पास से मनपा के वाईसीएम हॉस्पिटल का कामकाज निकाल कर अतिरिक्त स्वास्थ्य अधिकारी डॉ पवन सालवे को सौंपा गया है। एट्रोसिटी के तहत पुलिस में मामला दर्ज होने के बाद स्थायी समिति ने डॉ रॉय को सख्ती के अवकाश पर भेजने के आदेश दिए हैं। वाईसीएम का कामकाज निकालने सम्बन्धी मनपा आयुक्त श्रावण हार्डिकर द्वारा जारी किए गए आदेश को डॉ रॉय के पंख छांटने की शुरुआत बताया जा रहा है।

मनपा में मुख्य स्वास्थ्य व चिकित्सीय अधिकारी पद के प्रमोशन को लेकर डॉ रॉय और डॉ सालवे के बीच कई सालों से विवाद और कोर्ट- कचहरी जारी है। दोनों अपने- अपने राजनीतिक ‘सोर्स’ से अपने प्रमोशन के प्रस्ताव पारित कराते रहे हैं, हांलाकि इसका अंतिम फैसला अब तक नहीं हो सका है। फिलहाल यह पद डॉ रॉय के पास है और डॉ सालवे को अतिरिक्त स्वास्थ्य अधिकारी का पदभार दिया गया है। प्रमोशन के विवाद में डॉ रॉय कभी सोशल मीडिया पर नाराजगी जताकर, तो कभी वीआरएस की प्रक्रिया जानने की अर्जी देकर, कभी राजनेताओं तो कभी मीडिया पर नाराजगी जताकर नए नए विवादों में घिरते रहे हैं।

हालिया उनके खिलाफ पिंपरी पुलिस में एट्रोसिटी के तहत मामला दर्ज किया गया। डॉ रॉय के विवादों में घिरने को गम्भीरता से लेते हुए स्थायी समिति की सभा में वरिष्ठ नगरसेवक विलास मड़ेगीरी ने इसे मनपा की बदनामी बताकर रॉय को सख्ती के अवकाश पर भेजने की मांग की है। स्थायी समिति के आदेश पर प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की। बहरहाल अब मनपा आयुक्त श्रावण हार्डिकर ने डॉ रॉय के पंख छांटने की शुरुआत कर दी है। उनके पास रहे वाईसीएम हॉस्पिटल का कामकाज निकालकर डॉ. पवन सालवे को सौंपने का आदेश दिया है। इसके आदेश में आयुक्त ने कामकाज की सुविधा के लिहाज से यह फैसला किये जाने की बात कही है, मगर इशारे कुछ और ही बता रहे हैं।