सांगली के शेखर रणखांबे की ‘पेम्पलेट’ को गोवा फिल्म फेस्टिवल में मिली जगह

सांगली : पाेलीसनामा ऑनलाईन-गोवा में 49वें अंतर्राष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल में सांगली के शेखर रणखांबे की शॉर्ट फिल्म ‘पेम्पलेट’ का चयन हुआ है। इस फेस्टिवल में दुनियाभर की चुनी हुई कई फिल्में दिखाई जाती है। इसमें सांगली की भी बारी आई है। ग्रामीण कहानी पर आधारित सांगली के ‘पेम्पलेट’ का चयन होने से सांगली चर्चा में आ गया है।

इस सप्ताह इस फेस्टिवल में इंडियन पेनारोमा द्वारा भारत की 21 शॉर्ट और 24 लांग मूवी को हर साल शामिल किया जाता है। इस वर्ष महाराष्ट्र की दो पूर्ण फिल्मों और 8 शॉर्ट फिल्मों का चयन हुआ है। शेखर रणखांबे ने इससे पहले धोंडा, मूक, पंजाबी ड्रेस जैसी शॉर्ट फिल्में लिखी है। शेखर रणखांबे ने इसका डायरेक्शन भी किया है। इन शॉर्ट फिल्मों को कई फेस्टिवल में इंट्री मिली है।

इफ्फी फेस्टिवल की धूम धड़ाके के साथ शुरुआत हो गई है। दुनियाभर की 16 प्रसिद्ध फिल्में इस फेस्टिवल में दिखाई जाएगी। दूसरे फेस्टिवल की तुलना में इस फिल्म फेस्टिवल का काफी महत्व है। गोवा फिल्म फेस्टिवल में दुनियाभर की चुनिंदा फिल्में दिखाई जाती है। इस फेस्टिवल के लिए किसी फिल्म का चयन होना बड़ी बात है। इससे सांगली के शेखर रणखांबे को अंतर्राष्ट्रीय स्तर का फोकस मिलेगा जो उनके करियर के लिहाज से काफी महत्वपूर्ण होगा। सांगली के एक छोटे से गांव से निकले शेखर की इस उपलब्धि की हर तरफ चर्चा हो रही है। इस फिल्म फेस्टिवल के बाद उनके कार्यों को गंभीरता से लिए जाने की उम्मीद की जा रही है। वैसे शेखर ने इससे पहले कई शॉर्ट फिल्में बनाई है लेकिन यह पहली फिल्म है जिसे इतने बड़े प्लेटफार्म के लिए चुना गया है।