बिजली बचत के लिए ये बड़ा कदम उठाने जा रही है सरकार

नई दिल्ली: बिजली की बढ़ती किल्लत और ख़राब होते पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए मोदी सरकार एक बड़ा कदम उठाने जा रही है। इसके तहत एयर कंडीशनर यानी एसी का तापमान 24 डिग्री निर्धारित किया जायेगा। सीधे शब्दों में कहें तो आप एसी को 24 डिग्री से कम नहीं कर सकेंगे, भले ही कितनी भी गर्मी क्यों न हो। सरकार इसके लिए शुरुआत में एक वैकल्पिक नियम बनाने जा रही है। ये फैसला बिजली खर्च को कम करने के मकसद से कारगर हो सकता है। माना जा रहा है कि सरकार के इस फैसले से करीब 20 अरब यूनिट सालाना बिजली की बचत होगी।

सरकार के इस निर्णय के साथ ही एसी के लिए 24 डिग्री सेल्सियस तापमान डिफॉल्ट सेटिंग हो जाएगा। सरकार गाइडलाइन के तौर पर बताएगी कि आपके शरीर के लिए 24 डिग्री तापमान बिल्कुल सही है। ये आपकी सेहत और जेब दोनों के लिए अच्छा है। सरकार ने सभी निर्माताओं को इसे लागू करने के लिए कहा है। शुरुआत में इसे 4-5 महीने वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर लागू किया जाएगा, उसके बाद इसे सभी के लिए जरूरी कर दिया जाएगा।

6 प्रतिशत बचत
ऊर्जा मंत्री आरके सिंह का कहना है कि मानव शरीर का तापमान सामान्य तौर पर 36-37 डिग्री सेल्सियस होता है, लेकिन ज्यादातर लोग एसी का तापमान 18-21 डिग्री रखते हैं। सरकार के मुताबिक एयर कंडिशनर में एक डिग्री टेम्प्रेचर बढ़ाने से बिजली खपत में 6 प्रतिशत की बचत होती है। अगर सभी लोग इसे अपनाएं तो हर साल 20 अरब यूनिट बिजली की बचत हो सकती है।

पहले जागरुकता, फिर जानेंगे राय
ऊर्जा मंत्रालय के अनुसार, जागरुकता अभियान के बाद लोगों की राय जानने के लिये सर्वे किया जाएगा। उसके बाद मंत्रालय इसे अनिवार्य करने पर विचार करेगा। यदि सभी ग्राहक इसे अपनाते हैं तो एक साल में ही 20 अरब यूनिट बिजली की बचत होगी।

कई देशों में है नियम
18 से 21 डिग्री तापमान शरीर के लिए भी हानिकारक है। इस तापमान में लोगों को गर्म कपड़े पहनने पड़ते हैं या कंबल का उपयोग करना होता है और इसके साथ ही मोटापा भी बढ़ता है। इसको देखते हुए जापान जैसे कुछ देशों में तापमान 28 डिग्री सेल्सियस रखने के लिये नियमन बनाये गये हैं।