बेमौसम बारिश से 40 हजार एकड़ में फैले अंगूर के बागानों को भारी नुकसान

सांगली : समाचार ऑनलाइन – लगातार तीन दिनों तक हुई बारिश, तेज हवा और दवाब के कारण जिले में 40 हजार एकड़ में फैले अंगूर के बागानों का भारी नुकसान हुआ है। अक्टूबर के पहले पखबारे में तोड़े गए अंगूर बागानों को भारी नुकसान की संभावना है।इस तरह से लगातार दूसरे साल भी अंगूर बागान मालिकों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ेगा। करीब 4 हजार करोड़ रुपए का नुकसान होने की संभावना व्यक्त की जा रही है।तीन दिनों तक जिले के विभिन्न भागों में जोरदार बारिश हुई।

खानापुर, आटपाड़ी, तासगांव कवठेमहांकाल, मिरज व पलूस तहसील के कई जगहों पर कम या ज्यादा बारिश हुई।बुधवार को बारिश तो नहीं हुई लेकिन दिनभर बादल छाये रहे।दो-तीन दिनों से सुबह 10 बजे तक अंगूर बागानों में दवाब बना रहा। ऐन अंगूर के मौमस में बारिश शुरू होने से अंगूर बगान बर्बाद हो गए हैं।पिछले वर्ष अंगूर की फसलों को जल्द तोड़ लिया गया था। उस वक्त भी बारिश के कारण अंगूर बागानों को भारी नुकसान हुआ था।इसलिए इस वर्ष अधिकांश किसानों ने अक्टूबर महीने में अंगूर तोड़ लिया। लेकिन अब तमिलनाडु के वातावरण के कारण जिले में हुई बारिश से फिर से भारी नुकसान का सामना करना पड़ा है।

जिले की 70 प्रतिशत अंगूर बागान फ्लावरिंग की अवस्था में है।लगातार तीन दिनों तक हुई बारिश, तेज हवा और दवाब के कारण बहुत सारे बागान बर्बाद हो गए हैं।नुकसान का फिलहाल अंदाजा नहीं लग पाया है। अक्टूबर के पहले पखबारे में अंगूर तोड़े जाने से बागानों को भारी नुकसान संभव है।करीब 40 हजार एकड़ के अंगूर बगान का 4 हजार करोड़ रुपए का नुकसान का सामना करना पड़ेगा।