पुणे-नासिक हाई-वे पर आए दिन ट्रैफिक जाम लगने से नागरिकों की परेशानियां बढ़ी

चाकण : समाचार ऑनलाइन – पुणे-नासिक हाई-वे पर भोसरी-चाकण के बीच होने वाला ट्रैफिक जाम कम होने का नाम ही नहीं ले रहा है। गैरकानूनी सवारी गाड़ियां सड़कों से हटने को तैयार नहीं। पुलिस इन गैरकानूनी सवारी गाड़ियों पर कार्रवाई करने के नाम पर केवल कागजी खानापूर्ति करती है। इसकी वजह से कार्रवाई के बाद फिर पहले जैसे हालात बन जाते हैं। इन सारी स्थितियों से नागरिक और आम यात्री परेशान हो चुके हैं। चाकण नगरपरिषद द्वारा इन गैरकानूनी गाड़ियों पर लगाम लगाने के लिए लाए गए प्रस्ताव को कचरे की टोकरी में डाल दिए जाने की जानकारी भी सामने आई है।

पुणे-नासिक हाई-वे पर चाकण के तलेगांव, आंबेठाण व माणिक चौक में गैरकानूनी सवारी गाड़ियां सड़कों की दोनों तरफ खड़ी रहती हैं, जिसकी वजह से रोजाना यात्रा करने वाले लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इन सड़कों के ट्रैफिक सर्वे के आधार पर चाकण नगर परिषद ने गैरकानूनी ट्रैफिक को बंद करने का प्रस्ताव रखा था, लेकिन नागरिकों का आरोप है कि इन गैरकानूनी सवारी गाड़ियों पर कार्रवाई जारी होने का दावा पुलिस प्रशासन के नाम पर ठंड़ेे बस्तें में डाल दिया गया।

प्रत्यक्ष रूप से पुलिस ने इन सड़कों पर ट्रैफिक जाम की वजह बनी सवारी गाड़ियों पर रोक नहीं लगाई है। इसकी वजह से पिछले कई दिनों से ट्रैफिक की धज्जियां उड़ रही हैं। चाकण क्षेत्र में कई बड़े उद्योग होने की वजह से इस क्षेत्र में कामगारों का आना-जाना लगा रहता है। इसी के हिसाब से गाड़ियों की संख्या भी काफी बढ़ गई है। इन गैरकानूनी सवारी गाड़ियों द्वारा ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन किए जाने की वजह से लोगों को आए दिन ट्रैफिक जाम का सामना करना पड़ता है, लेकिन इसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होने से नागरिकों में असंतोष है।

गैरकानूनी  गाड़ियों का अनुशासनहीन कामकाज
चाकण में चाकण-भोसरी, चाकण-राजगुरुनगर, चाकण-तलेगांव के बीच गैरकानूनी सवारी गाड़ियां चलाने वालों में बड़ी संख्या में अन्य जिलों के वाहन चालक भी शामिल हैं। इस वजह से चाकण में ट्रैफिक जाम की समस्या काफी बढ़ गयी है।नागरिकों का कहना है कि चाकण क्षेत्र में ट्रैफिक जाम के लिए गैरकानूनी सवारी गाड़ियां जिम्मेदार हैं, जिन्हें सड़कों पर गलत तरीके से पार्क किया जाता है। वहीं चाकण के ट्रैफिक ब्रांच के हवलदार गोंविद पवार ने कहा कि स्थानीय नागरिक सहयोग नहीं कर रहे हैं। गलत तरीके से व्यवहार करते हैं, इसलिए कार्रवाई करने में दिक्कतें आ रही हैं। अगर नागरिक सहयोग करेंगे तो जाम खत्म करने में मदद मिलेगी।