लेडी सिंघम डीसीपी नम्रता पाटिल के बच्चे उनसे भी स्मार्ट, घर में विराजमान किया गणपति ट्री

पुणे :समाचार ऑनलाइन

पिंपरी चिंचवड इलाके की लेडी सिंघम के रुप में पहचाने जानेवाली डीसीपी नम्रता पाटिल के बच्चे उनसे भी काफी स्मार्ट हैं। डीसीपी नम्रता पाटिल के दोनों बच्चों को पता है कि उनकी मम्मी पुलिस विभाग में होने की वजह से ज्यादा वक्त नहीं दे पाती, पर बच्चों की इच्छा थी कि घर में गणपति विराजमान होना चाहिए। इस बात का हल खुद बच्चों ने ही निकाल लिया। बच्चों ने गणपति ट्री संकल्पना को साकार रुप दिया, डीसीपी नम्रता पाटिल के दोनों बच्चों ने मिलकर शाडू मिट्टी के गणपति बनाए और गणपति बाप्पा को पौधे के गमले में विराजमान किया। इस गमले में मिट्टी के साथ कुछ पौधे के बीज भी डालें, ताकि जब गणपति बाप्पा की मूर्ति पर चार से पांच दिन थोड़ा थोड़ा पानी अर्पित किया जाएगा, तो गणपति बाप्पा की मूर्ति अपने आप विसर्जित होती जाएगी और मिट्टी के अंदर छुपे बीज धीरे धीरे नन्हें पौधे में रुपातंर होते जाएगें।

 
इस बारे में पुणे समाचार को जानकारी देते हुए डीसीपी नम्रता पाटिल ने बताया कि खाकी वर्दी की जिम्मेदारी सार्वजनिक गणेशोत्सव के लिए ज्यादा बढ़ जाती है। ऐसे में  गणपति रखने का अवसर कभी नहीं मिल पाया। बच्चे हर साल पूछते थे कि इस साल हम गणपति रखेंगे क्या? बच्चों के इन मासूम सवाल के सामने हमेशा निशब्द हो जाते थे। गणेशोत्सव के दौरान बंदोबस्त को हमेशा प्राथमिकता दी जाती है। नौकरी के सिलसिले में भले ही मैं पुणे में पर पति दूसरे शहर में होने की वजह से गणपति बाप्पा को घर पर लाना संभव नहीं हो पाता।
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मेरे बच्चे पर मुझसे भी ज्यादा स्मार्ट निकलें, बच्चों को पता है कि खाकी वर्दी की जिम्मेदारी के चलते घर पर गणपति विराजमान करना संभव नहीं है, इसलिए इस साल बच्चों ने गणपति ट्री की संकल्पना के जरिए घर में गणपति बाप्पा को विराजमान किया। दोनों बच्ची स्वरा और अनन्या ने स्कूल के क्रॉफ्ट सामान और पुराने लग्नपत्रिका के जरिए दीवारों की सजावट की। बच्चों की ऐसी दिलचस्पी देखकर भले बच्चों की मम्मी कैसे पीछे रह सकती थी। गणपति बाप्पा के लिए मोदक मंगवा कर बच्चों का दिल खुश कर दिया और बच्चों के साथ मिलकर फूल अर्पित कर और अगरबत्ती जलाकर बाप्पा की आरती गाकर बाप्पा का जोरों शोरों से स्वागत किया।

 
डीसीपी नम्रता पाटिल ने कहा कि अब कल बच्चों के स्कूल से आने के बाद दोपहर को आरती करेंगे और गमले को फिर बाल्कनी में उठाकर रख देंगे। बच्चों के साथ मेरी भी यह देखने की इच्छा है कि गमले में कौन सा पौधा आएगा। बच्चों के साथ मेरी भी उत्सुकता बढ़ गई है।