गिर नेशनल पार्क में शेर सुरक्षित नही, 20 दिनों में 23 शेर की मौत 

गुजरात। समाचार ऑनलाइन 
गुजरात के गिर नेशनल पार्क में शेरों की लगातार मौत से चिंता का विषय बना हुआ है। शेरों के लगातार हो रहे मौत को लेकर राज्यसभा सांसद अहमद पटेल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है। जिसमे उन्होंने प्रदेश सरकार पर कुप्रबंधन का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि,  शेरों की मौत रातों रात नहीं हुई है, बल्कि राज्य सरकार का लंबे समय से खराब प्रबंधन और सही निगरानी नही होने का नतीजा है। पिछले 20 दिनों में गिर में 23 शेरों की मौत हो गयी है।
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एशियाई शेरों की मौत पर देश की शीर्ष अदालतों में से दो ने चिंता और नाराजगी व्यक्त की है। शेरों की मौत पर सुप्रीम कोर्ट ने भी केंद्र और गुजरात सरकार पर सवाल उठाया है।  सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि, यह बेहद गंभीर मुद्दा है और सरकार को शेरों की मौत का कारण पता होना चाहिए।  शेरों को सुरक्षित किया जाना चाहिए।
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शेरों की मौत के लिए खतरनाक कैनाइन डिस्टेंपर वायरस (सीडीवी) और प्रोटोजोवा संक्रमण को जिम्मेदार माना जा रहा है। गिर वन्यजीव अभयारण्य गुजरात में राज्य स्थित राष्ट्रीय उद्यान एवं वन्यप्राणी अभयारण्य है। विश्व में अफ्रीका के बाद सबसे ज्यादा शेर यही बचे है। शेरों के मौत पर गुजरात के वन मंत्री गणपत वासव ने कहा कि, कैनिन डिस्टेंपर वायरस (सीडीवी) की वजह से 23 में से चार शेरों की मौत हुई और बाकियों की रिपोर्ट का इंतजार है।