महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष चुनाव : राजभवन की गतिविधियों पर सत्ताधारियों की नजर

मुंबई : राज्य विधानसभा के आगामी सत्र में विधानसभा अध्यक्ष पद के चुनाव की संभावना के साथ राजनीतिक घटनाक्रम ने रफ्तार पकड़ ली है। महाविकास आघाड़ी की रणनीति इस चुनाव में कोई जोखिम नहीं लेने की है। शिवसेना के बाद कांग्रेस विधायकों के अधिवेशन में शामिल होने के लिए बुधवार को व्हिप जारी किया गया। यदि अध्यक्ष चुनाव में सत्ताधारी हेरफेर करते हैं तो राज्यपाल वास्तव में कौन सा कदम उठाएंगे? इस पर नजर है। महाराष्ट्र विधानसभा नियम ‘नियम-6’ के अनुसार राज्यपाल विधिमंडॅल सचिव को निर्देश देकर अध्यक्ष का चुनाव करा सकता है। कांग्रेस में अध्यक्ष पद के लिए उम्मीदवारों के बीच प्रतिस्पर्धा बढ़ गई है और इसके लिए दिल्ली दरबार का दरवाजा खटखटा चुके हैं।

विधानमंडल का मानसून सत्र 5 और 6 जुलाई को होगा। वहीं, इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए कांग्रेस चुनाव कराने की मांग कर रही है। इसके लिए मित्र पक्ष राष्ट्रवादी और शिवसेना ने भी सहमति दिखाई है। इस सत्र में अध्यक्ष पद का चुनाव लेनेकी मांग विपक्ष नेता देवेंद्र फ़डणवीस ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से की है।

थोपटे का नाम सबसे आगे

अध्यक्ष पद का चुनाव 6 जुलाई को होने की संभावना है और इस पद के लिए पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण और विधायक संग्राम थोपटे के नामों पर चर्चा हो रही है। थोपटे का नाम पहले से ही सबसे आगे बताया जा रहा है। चव्हाण और थोपटे ने इस पद को पाने के लिए पार्टी के दिग्गजों से हाथ मिलाया है।

इसी सत्र में विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव होगा। इसके लिए तैयारियां कर ली गई हैं और महाविकास आघाड़ी में कोई मतभेद नहीं है। इसलिए इसका चुनाव पर कोई असर नहीं पड़ने वाला है।

– बालासाहेब थोराट,  गुट नेता, कांग्रेस विधिमंडल

इसी सत्र में विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव होना तय है। हालांकि, राज्यपाल के पत्र में चुनाव के लिए भाजपा का आग्रह, ऐसा उल्लेख करना गलत है।

-नाना पटोले, प्रदेश अध्यक्ष, कांग्रेस