महाराष्ट्र के 17 लाख सरकारी कर्मचारी कल से हड़ताल पर

मुंबई। समाचार ऑनलाइन
सातवें वेतन आयोग लागू करने समेत अपनी विविध लंबित मांगों को लेकर महाराष्ट्र के सरकारी कर्मचारियों ने कल (मंगलवार) से तीन दिन पर हड़ताल पर जाने की धमकी दी है। इस हड़ताल में 17 लाख सरकारी कर्मचारी शामिल होने जा रहे हैं। कर्मचारियों और अधिकारियों के हड़ताल पर जाने से सरकारी काम प्रभावित होंगे और लोगों की परेशानी बढ़ेगी। दूसरी ओर, सरकार मानना है कि वह कर्मचारियों को मना लेगी।
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इस संबंध में राज्य सरकारी राजपत्रित अधिकारी महासंघ की बैठक हुई जिसमें सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप लगाया गया। महासंघ ने आरोप लगाया कि सरकार संघ से वादा करती है, लेकिन उसे निभाती नहीं है। हमारी मांगों पर अध्ययन करने के लिए एक समिति गठित की गई जिसकी रिपोर्ट भी आ गईं हैं, लेकिन उसे लागू नहीं कर रही है। वह अपने वादों को भूल गई है। इससे कर्मचारी खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं।
कर्मचारी व अधिकारी संघ अपनी मांगों को सरकार से मनवाने के लिए 7, 8 और 9 अगस्त को हड़ताल पर जाएंगे। कल मंत्रालय के द्वार पर प्रदर्शन किया जायेगा। महासंघ का कहना है कि अंतरिम वेतन बढ़ाने का समय निकल गया है। अक्टूबर 2018 की तनख्वाह सरकार सातवां वेतन आयोग के हिसाब से देगी तभी विचार किया जाएगा। राज्य में कर्मचारियों के 1 लाख, 80 हजार पद रिक्त हैं। मेगा भर्ती के जरिए 72 हजार पद भरने की घोषणा कर सरकार लोगों को गुमराह कर रही है।
क्या हक़ीन प्रमुख मांगे
– सातवां वेतन आयोग लागू किया जाए
– दो लाख सरकारी पद भरे जाएं
– पांच दिन का कामकाजी सप्ताह हो
– सेवानिवृत्त आय 60 वर्ष रखी जाए