लोकनिर्माण मंत्री के बयान पर भड़की मनसे; यहां की तोड़फोड़

मुंबई। समाचार ऑनलाइन

भारी बारिश की वजह से पूरे महाराष्ट्र में सड़कों की हालत चलनी सी हो गई है। मुंबई में तो सड़कों पर बनें गड्ढों ने पांच लोगों की जान ली है। गड्ढों को लेकर शुरू सियासत के बीच राज्य के लोकनिर्माण मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने चौंकानेवाला बयान दिया है कि, सड़क दुर्घटनाओं के लिए सिर्फ सड़क में बने गड्ढों को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता है। उनके इस बयान से महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) ने तुर्भे स्थित लोकनिर्माण विभाग के कार्यालय में अपनी स्टाइल में आंदोलन करते हुए तोड़फोड़ मचाई।

मनसे की नवी मुंबई इकाई ने सड़कों पर बने गढ्ढो और लोकनिर्माण मंत्री के बयान पर आक्रामक रुख अपनाते हुए तुर्भे के लोकनिर्माण विभाग के दफ्तर में तोड़फोड़ आंदोलन किया। अपने इस आंदोलन को सर्जिकल स्ट्राइक बताते हुए मनसे ने सायन-पनवेल हाइवे को गड्ढ़ेमुक्त बनाने की मांग की है। यही नहीं अगर लोगों की जान के साथ खिलवाड़ करने पर अगला सर्जिकल स्ट्राईक मंत्रालय में करने की चेतावनी पार्टी कार्यकर्ता नितीन खानविलकर, नितीन चव्हाण, राजू खाडे, विशाल भिलारे, श्याम ढमाले आदि ने दी है।

महाराष्ट्र के लोकनिर्माण मंत्री पाटिल का यह बयान उस वक्त आया है जब पिछले दो सप्ताह में मुंबई क्षेत्र में क्षतिग्रस्त सड़क की वजह से पांच लोगों की जानें गई हैं। सांगली में संवाददाताओं से बात करते हुए पाटिल ने कहा, इस तरह की दुर्घटनाओं में जब आप मौत की बात करते हैं तो भूल जाते हैं कि पांच लाख अन्य लोग भी इसी सड़क से गुजरते हैं। हादसों के लिए आप सिर्फ सड़कों की स्थिति को अकेले दोषी नहीं ठहरा सकते हैं। उनके इस बयान पर विपक्षी दल आक्रामक हो गए हैं। विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने पाटिल के इस बयान को असंवेदनशील बताया है।

राज्य कांग्रेस के महासचिव सचिन सावंत ने कहा कि पाटिल सड़क को लेकर लोगों के विचार पर प्रश्न उठा रहे हैं लेकिन वह चुनाव के बाद ही समझेंगे कि लोग क्या कर सकते हैं? ‘आओ गड्ढे गिनें’ अभियान से सत्तादल को घेरने में जुटे मुंबई कांग्रेस प्रमुख संजय निरूपम ने दावा किया कि बंबई उच्च न्यायालय में मुंबई मनपा ने दावा किया था कि मुंबई में 300 गड्ढे हैं, जबकि यहां 20 हजार गड्ढे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि वह मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे, मनपा आयुक्त और महापौर के खिलाफ खराब सड़क को लेकर ‘प्राथमिकी दर्ज’ कराने जा रहे है।