महामेट्रो : झोपड़पट्टीधारकों द्वारा दूसरी जगह पर पुनर्वसन का विरोध

शिवाजीनगर : समाचार ऑनलाइन – शिवाजीनगर परिसर की कामगार पुतला झोपड़पट्टी स्थित मेट्रो प्रोजेक्ट से बाधित होने वाले नागरिकों द्वारा उसी जगह पर पुनर्वसन करने की मांग की है. महामेट्रो द्वारा दूसरी जगह पर प्रोजेक्ट में बाधित होने वाले 84 परिवारों का पुनर्वसन करने की तैयारी दिखाई है. दोनों की अलग-अलग राय होने से यह विवाद सुलझता नजर नहीं आ रहा है.
मनपा भवन में गुरुवार को विपक्षी नेता दिलीप बराटे व मेट्रो के कार्यकारी संचालक रामनाथ सुब्रमण्यम की उपस्थिति में प्रोजेक्ट में बाधित होने वाले झोपड़पट्टीधारकों की बैठक हुई.

लेकिन इस बैठक में कोई भी हल नहीं निकला. कामगार पुतला झोपड़पट्टी की जगह पर मेट्रो रूट के लिए जरूरी जगह देने के बाद जो जगह शेष रहती है, वहां झोपड़पट्टीधारकों का पुनर्वसन करना संभव है. लेकिन पूरी झोपड़पट्टी ही यहां से स्थानांतरित करने की साजिश होने का आरोप पीड़ित झोपड़ीधारकों द्वारा किया जा रहा है. कामगार पुतला झोपड़पट्टी अधिकृत झोपड़पट्टी के रूप में घोषित की गई है. इस जगह पर झोपड़पट्टी पुनर्वसन का प्रस्ताव भी मंजूर है. लेकिन पिछले 12 वर्षों से झोपड़पट्टी पुनर्वसन के प्रोजेक्ट पेंडिंग है. इस दौरान झोपड़पट्टी से मेट्रो रूट जाने से झोपड़पट्टीधारकों की समस्याएं बढ़ गई है.

मेट्रो प्रोजेक्ट से यहां के 84 घर बाधित हो रहे है. इन बाधित झोपड़ीधारकों का लोहगांव व भवानी पेठ परिसर में पुनर्वसन करने की तैयारी महामेट्रो द्वारा दर्शायी है. लेकिन यहां के नागरिकों द्वारा 84 परिवारों का पुनर्वसन अन्य जगह पर करने के बजाय मेट्रो प्रोजेक्ट होने के बाद बचने वाली जगह पर सभी का पुनर्वसन करने की मांग की गई है. इसके लिए महामेट्रो द्वारा असमर्थता दिखाई है