बस एक गलती और पकड़ा गया शैलजा का हत्यारा मेजर हांडा

भारतीय सेना के मेजर अमित द्विवेदी की पत्नी शैलजा द्विवेदी की हत्या में शामिल मेजर निखिल हांडा ने अपना जुर्म कबूल लिया है। पुलिस के मुताबिक, जब शैलजा ने हांडा के साथ एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर आगे जारी रखने से इनकार किया, तो उसने शैलजा की हत्या कर दी।

शनिवार सुबह हांडा ने हत्या को प्लान बनाया और दोपहर में अंजाम दे दिया। शैलजा का मेजर निखिल हांडा के साथ अफेयर था। उसके पति और प्रेमी, दोनों नागालैंड के दीमापुर में तैनात थे, लेकिन दो महीने पहले मेजर अमित का दिल्ली ट्रांसफर हो गया था।

जांच से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि अमित द्विवेदी को पत्नी और हांडा के अफेयर के बारे में जानकारी थी और उन्होंने अफेयर खत्म करने के लिए चेतावनी दी थी। इसके बाद शैलजा अफेयर खत्म करना चाहती थीं, उन्होंने हांडा से बात करना बंद कर दिया था, लेकिन हांडा को यह बात पसंद नहीं आई।

दिल्ली आने के बाद शैलजा दिल्ली के आर्मी बेस हॉस्पिटल जाने लगी। हांडा कुछ दिनों पहले वह अपनी बीमारी के इलाज के नाम पर दिल्ली आ गया था। बीते 6 महीने में आरोपी ने शैलजा को 3000 बार कॉल किया था। रिपोर्ट के मुताबिक, हांडा ने शैलजा को एक फोन भी गिफ्ट में दिया था। शैलजा और हांडा 2015 से ही एक-दूसरे को जानते थे।

शैलजा और हांडा दीमापुर में पड़ोसी, इस दौरान उनकी मुलाकात होने लगी। जब मेजर अमित परिवार के साथ दिल्ली शिफ्ट हो गए, तब से मेजर हांडा शैलजा से दूरी बर्दाश्त नहीं कर पाया था। शैलजा जब नागालैंड से अपने घर अमृतसर गई थी तब भी आरोपी मेजर शैलजा से मुलाकात करने के लिए वहां पहुंच गया था।

चूँकि ये केस हाईप्रोफाइल था, इसलिए पुलिस ने पूरी जान लगाते हुए महज 24 घंटों में इसे क्रैक कर दिया। पुलिस ने शैलजा के मोबाइल की सीडीआर भी निकाली। इससे यह साफ हो गया कि शनिवार को 10 बजे से 1 बजे के बीच शैलजा ने मेजर हांडा से बात की है। सबसे पहला सुराग बेस अस्पताल के सीसीटीवी ने दिया, जहां शैलजा से मेजर निखिल मिलने आया था। निखिल हांडा के साथ शैलजा अस्पताल से बाहर जाती हुई दिखाई दे रही हैं।

निखिल अपने होंडा सिटी कार लेकर आरआर अस्पताल पहुंचा। वहां से शैलजा निखिल की कार में बैठकर चली गईं। दोनों के बीच झगड़ा हो गया। आरोपी ने हत्या के बाद सड़क पर फेंका और कार से कुचल दिया। बैक करने के बाद आरोपी ने फिर उसे कुचला। इसके बाद आरोपी कार को यू-टर्न कर मौके से फरार हो गया।

वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी अपने घर पहुंचा। वहां नहाने के बाद उसने अपने कुछ कपड़े कार में रखे। रिश्तेदार के यहां कुछ समय बिताने के बाद वह दिल्ली में घूमता रहा। मेजर निखिल हांडा बेहद शातिर दिमाग था। वह अखबार, टीवी पर पल-पल की अपडेट ले रहा था।

मेजर वारदात के बाद अपना फ़ोन बंद कर दिया था। लेकिन जैसे ही उसने मोबाइल को 58 सेकंड के लिए ऑन किया पुलिस ने लोकेशन ट्रेस कर उसे धर दबोचा। पुलिस के मुताबिक गिरफ्तारी के वक्त निखिल के पास से एक मोबाइल और एक लैपटॉप मिला है। उसमें हत्या से जुड़े कुछ राज हो सकते हैं।