पिंपरी चिंचवड़: 20 करोड़ की एमडी ड्रग्ज मामले का गुजरात कनेक्शन उजागर

इन्वेस्टिगेशन के 3रे चरण में ड्रग्ज बनाने की ट्रेनिंग देनेवाले स्वघोषित डॉक्टर समेत 6 और गिरफ्तार
गिरफ्तार आरोपियों की संख्या हुई 20; पिंपरी चिंचवड़ पुलिस के नशीले पदार्थ विरोधी दस्ते की कार्रवाई
पिंपरी। दो माह पहले पुणे जिले के खेड़ तालुका के चाकण में 20 करोड़ रुपए की 20 किलो मेफेड्रोन (एमडी) ड्रग्ज पकडने के बाद जारी इन्वेस्टिगेशन में आये दिन नए खुलासे हो रहे हैं। ताजा खुलासे के अनुसार इस मामले में गुजरात कनेक्शन सामने आया है। इन्वेस्टिगेशन के तीसरे चरण में ड्रग्ज बनाने की ट्रेनिंग देनेवाले स्वघोषित डॉक्टर समेत 6 आरोपियों को मुंबई और गुजरात से गिरफ्तार किया गया है। इसमें ड्रग्ज बनाने की फैक्ट्री शुरू करने के लिए जगह, केमिकल, कच्चा माल और ट्रांसपोर्टेशन की सुविधा उपलब्ध करानेवालों का समावेश है।
अब नजर सप्लाई और कंजम्पशन के रैकेट पर
इस बारे में जानकारी देते हुए पिंपरी चिंचवड़ के पुलिस आयुक्त कृष्णप्रकाश ने सोमवार को एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि, दो माह पहले उजागर किये गए इस मामले में अब तक की जांच में हमारी प्राथमिकता एमडी या म्याऊ- म्याऊ ड्रग्ज बनानेवाली फैक्टरियों को ध्वस्त करना और उनका संचालन करनेवालों को दबोचना था। अब हमारी जांच उन फैक्ट्रियों में तैयार की गई ड्रग्ज की सप्लाई करनेवालों और उसका इस्तेमाल करनेवालों को बेनकाब करने की दिशा में शुरू हो गई है। इस मामले का गुजरात और मुंबई कनेक्शन उजागर होने से सप्लाई और कंजम्पशन के रैकेट में बॉलीवुड से लेकर अन्य बड़ी हस्तियों के नाम बाहर आने की संभावना उन्होंने जताई है।
साथियों के पकड़े जाने के बाद गुजरात में जा छिपे थे 6 आरोपी
एमडी ड्रग्ज को इन्वेस्टिगेशन के तीसरे चरण में परशुराम भालचंद्र जोगल (44, निवासी ठाणे), मंदार बलीराम भोसले (49, निवासी ठाणे), राम मनोहरलाल गुरबानी (43, निवासीवेस्ट मुंबई), अरविंदकुमार प्रकाशचंद लोहरे (39, निवासी ओशिवरा मुंबई, मूल निवासी जटनगला, बडकेली, मुजफरनगर उत्तरप्रदेश), मनोज एकनाथ पालांडे (40, निवासी गणेशनगर वरसे, निवासी रोहा, रायगड), अफजल हुसैन अब्बास सुणसरा (52, निवासी जोगेश्वरी वेस्ट मुंबई, मूल निवासी मेहता, बडगाम, बनासकाठा, उत्तर गुजरात) का समावेश है। ये सभी आरोपी पिंपरी चिंचवड़ पुलिस द्वारा उनके साथियों को गिरफ्तार किए जाने के बाद पकड़े जाने के डर से गुजरात भाग गए थे। वहां ये एमडी ड्रग्ज बनाने की फैक्टरी शुरू करनेवाले थे, ऐसा जांच में सामने आया है।
नाइजेरियन व्यक्ति समेत कुल 20 गिरफ्तार
इन गिरफ्तारियों के बाद इस मामले में गिरफ्तार आरोपियों की संख्या 20 हो गई है। इससे पहले
चेतन फक्कड दंडवते (28, निवासी मलठण-आंब्रेबस्ती, शिरुर, पुणे), आनंदगीर मधुगिर गोसावी (25, निवासी जलगांव, फिलहाल निवासी अकोले, शिरुर), अक्षय शिवाजी काले (25, निवासी पाचर्णे मला, शिरुर, पुणे), संजीवकुमार बन्सी राऊत (44, निवासी झारखंड, फिलहाल निवासी उत्तरप्रदेश), तौसिफ हसन मोहम्मद तस्लीम (31, निवासी मुजफ्फरनगर, फिलहाल निवासी नोएडा) को गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद इस मामले के मुख्य सूत्रधार तुषार सुर्यकांत काले (निवासी बोरिवली, मुंबई) और राकेश श्रीकांत खानिवडेकर उर्फ रॉकी (निवासी वसई) के साथ नायजेरियन नागरिक झुबी इफनेयी उडोको को गिरफ्तार किया गया था।
35 लाख रुपए देकर ली थी ट्रेनिंग
पिंपरी चिंचवड़ पुलिस द्वारा 7 अक्टूबर को चाकण में उजागर किये एमडी ड्रग्ज मामले के मुख्य सूत्रधार तुषार काले और राकेश खानीवडेकर ने मंदार भोसले, परशुराम जोगल और मनोज पालांडे की मदद से स्वघोषित डॉक्टर अरविंद कुमार से ड्रग्ज बनाने की ट्रेनिंग ली थी। यह ट्रेनिंग कर्जत के डोंगरगांव में एड जोशी नामक व्यक्ति के फार्म हाउस में दी गई थी। इस ट्रेनिंग के लिए उसने 35 लाख रुपए का मेहनताना लिया था। अरविंद के खिलाफ इगतपुरी नासिक में ड्रग्ज बनाने को लेकर मामला दर्ज है। मंदार, परशुराम और मनोज ने तुषार और राकेश को फैक्ट्री के लिए जगह, कच्चा माल और तैयार ड्रग्ज की ट्रांसपोर्टेशन और राम गुरबाणी और अफजल अब्बास ने ट्रेनिंग में तैयार की गई 15 किलो एमडी ड्रग्ज की बिक्री में मदद की है। मंदार की महाड़ एमआईडीसी में अल्केमी और मनोज की निंबस फार्मा नामक कंपनियां हैं। इन कंपनियों और फार्म हाउस में ट्रेनिंग लेने के बाद तुषार और राकेश ने रांजणगाव एमआईडीसी की कंपनी में 132 किलो एमडी ड्रग्ज बनाई थी। नायजेरियन नागरिक झुबी इफनेयी उडोको ने 132 में 122 किलो एमडी ड्रग्ज बेचने में आरोपियों की मदद की है। उसके खिलाफ चाकण पुलिस में फर्जी पासपोर्ट और वीजा के इस्तेमाल को लेकर अलग से मामला दर्ज किया गया है। इस पूरे मामले में मुख्य सूत्रधार रहे राकेश उर्फ रॉकी खानीवडेकर अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन की गैंग से जुड़ा हुआ है।
गुजरात और मुंबई में भेष बदलकर जमी थी पुलिस
इस मामले में 20 करोड़ 90 लाख रुपए की एमडी ड्रग्ज और ड्रग्ज बिक्री से मिली 85 लाख रुपए की नकदी एवं 75 लाख रुपए की पालघर में ड्रग्ज बनाने की फैक्ट्री शुरू करने के लिए खरीदी गई दो एकड़ जमीन के कागजात जब्त किए हैं। तीनों कंपनियां और फार्म हाउस सील करने के साथ ही सभी आरोपियों के बैंक एकाउंट फ्रिज किये गए हैं। दो चरणों मे 14 आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद तीसरे चरण के 6 आरोपियों में से परशुराम जोगल, मंदार भोसले, राम गुरबाणी को मुंबई और मनोज पालांडे, अरविंद कुमार और अफजल अब्बास को गुजरात के बड़ोदरा से पकड़ा गया। इसके लिए पुलिस टीम कई दिनों तक भेष बदलकर मुंबई और गुजरात में जमी रही। इस पूरी कार्रवाई को क्राइम ब्रांच के नशीले पदार्थ विरोधी दस्ते के पुलिस निरीक्षक श्रीराम पोल, हिंजवडी पुलिस थाने के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक बालकृष्ण सावंत, क्राइम ब्रांच के सहायक पुलिस निरीक्षक राम गोमारे, प्रशांत महाले, सागर पानमंद, अंबरीश देशमुख, उपनिरीक्षक  गिरीष चामले, अंमलदार दत्तात्रय बनसुडे, मयुर वाडकर, स्वामिनाथ जाधव, सुनिल कानगुडे, सावन राठोड, निशांत काले, अशिष बोटके, शकुर तांबोली, संदिप पाटिल, अतुल लोखंडे, नागेश माली, विठठल सानप, शैलेश मगर, अशोक गारगोटे, प्रदिप गुट्ठे की टीमों ने अंजाम दिया।