समाज में बदलाव लाने में युवाओ की भूमिका अहम् : नीतीश कुमार 

पटना : समाचार ऑनलाइन – बिहार के मुख्यम्नत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि नयी पीढ़ी के विकास और सोच से ही समाज में बदलाव आएगा । समाज में नये स्तर पर बदलाव लाने में युवाओ की भूमिका बेहद अहम् है । इसके लिए जरुरी है कि नयी पीढ़ी को गांघीजी के विचार और मौलाना आजाद के किये कार्यो से अवगत कराया जाये ।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार रविवार को शहर के श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में आयोजित मौलाना अबुल कलाम  आजाद के जन्मदिवस के मौके पर आयोजित शिक्षा दिवस समारोह को सम्बोधित कर रहे थे । बिहार ने ही सबसे पहले वर्ष 2017 से देश के पहले शिक्षा मंत्री अबुल कलाम आजाद के जन्मदिवस 11 नवम्बर को शिक्षा दिवस के रूप में मनाने की शुरुआत की थी । इसके बाद केंद्र ने भी राज्य की तर्ज़ पर शिक्षा दिवस मनाने की शुरुआत कर दी । इस मौके पर मुख्यमंत्री ने जाने-माने वैज्ञानिक पदमश्री मानस बिहारी वर्मा को मौलाना अब्दुल कलाम  आजाद शिक्षा पुरस्कार 2018 से सम्मानित किया. उन्होंने कहा कि हासिया पर रहने वालों को मुख्य धारा में लाना ही सही मायने में विकास है ।

विरोधियो पर निशाना 
नीतीश कुमार ने बिना नाम लिए कहा कि आजकल समाज में कुछ लोग वैमनष्यता फैलाने के फ़िराक में ही हमेशा लगे रहते हैं । समाज में टकराव का माहौल पैदा किया जा रहा है । अगर समाज में इस तरह का माहौल हमेशा बनता रहेगा, तो इसका सीधा असर काम पर पड़ेगा । विकास कार्यो  का असर समाज पर नहीं पड़ेगा । लोग विकास कार्यो को छोर कर इस तरह के कार्यों में लगे रहेंगे । इस तरह के माहौल से सावधान रहने की जरुरत है । बिहार में कुछ लोग लड़वाने का काम करेंगे.
बहकावे में नहीं आये  युवा 
सीएम नीतीश कुमार ने युवा पीढ़ी से अपील करते हुए कहा कि इस तरह किसी के बहकावे में नहीं  आये । शिक्षा विभाग को निर्देश दिया कि मौलाना आजाद के जीवन और कार्यों को विस्तृत रूप से समाहित करते हुए पुस्तक का प्रकाशन करवाये ।  इस पुस्तक को प्रकाशित करवा कर सभी स्कूलों में बंटवाने की बात कही. उन्होंने कहा कि मौलाना आजाद भारत विभाजन से सहमत नहीं थे । इस तरह के तमाम तथ्यों को पुस्तक में समाहित करने की जरुरत है । ताकि आने वाली पीढ़ी ऐसी सभी बातों को जान सके ।