शिवसेना नेता संजय राउत का सवाल: क्या यही है अटलजी की भाजपा?

पुणे। समाचार ऑनलाइन 
संघ परिवार से निर्मित भाजपा का अब तक का सफर संघ परिवार की विचारधारा के अनुसार ही रहा, मगर अब भाजपा मूल भाजपा रही ही नहीं है। सत्ता के लिए हर ‘आयाराम’ का उदात्तीकरण किया जा रहा है और अब यही आयाराम भाजपा का ही चीरहरण करने पर तुले हैं। इन शब्दों में सत्तादल पर हमला करते हुए शिवसेना के वरिष्ठ नेता व सांसद संजय राउत ने गुरुवार को पिंपरी चिंचवड़ में यह सवाल उठाया कि, क्या यही अटलजी की भाजपा है? महिलाओं का अपमान करनेवाले राम कदम को विधिमण्डल में कदम रखने से रोकने की मांग को लेकर आने वाले शीतसत्र में शिवसेना विधिमण्डल में अपनी आवाज बुलंद करेगी, यह भी उन्होंने बताया।
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पिंपरी चिंचवड़ शहर तीन विधानसभा क्षेत्रवार शिवसेना नेताओं और पदाधिकारियों की बैठक के लिए यहाँ पधारे सांसद राउत ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि, सत्ता के लिए भाजपा ने हर आयाराम- गयाराम वालों की भर्ती कर ली और अब यही आयाराम उसके लिए नासूर बन गए हैं। पंढरपुर में भाजपा पुरस्कृत विधायक प्रशांत परिचारक का देश के जवानों की पत्नियों को लेकर किये गए आपत्तिजनक बयान को जनता अब तक भूली नहीं है। अहमदनगर मनपा के उपमहापौर श्रीपाद छिंदम द्वारा छत्रपति शिवाजी महाराज को लेकर किये अपमानजनक बयान के घाव अब तक ताजा हैं। अब भाजपा के ही एक और विधायक राम कदम ने लड़कियों को लेकर आपत्तिजनक बयान देकर समस्त महिलाओं का अपमान किया है। यह सब देखकर सवाल उठता है कि क्या यही अटल जी की भाजपा है?

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सत्तादल में इस तरह की बढ़ती प्रवृत्ति घातक है, सभ्य और सुसंस्कृत मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को अब यह गंभीरता से सोचना होगा कि हम किन लोगों को साथ लेकर सियासत कर रहे हैं। समस्त महिलाओं का अपमान करने वाले राम कदम की माफ़ी भर से बात नहीं बनेगी। दो दिन से भाजपा के प्रवक्ता मौन धारण क्यों बैठे हुए हैं? कदम की बजाय किसी और नेता ने इस तरह की कोई बयानबाजी की होती तो पूरी की पूरी भाजपा की फ़ौज मैदान में उतर जाती। कानून बनाने वाले ही इस तरह की भाषा प्रयोग करते हों तो जनता किसके पास जाय, हमारे युवा क्या आदर्श लें? ऐसे जनप्रतिनिधियों को संसद और विधिमण्डल में जाने से रोकना होगा। यह बताकर राउत ने राम कदम को निलंबित करने की मांग है।