आम सभा में पीएमपीएमएल में नियुक्त एसटी के अधिकारियों पर निशाना

पिंपरी। समाचार ऑनलाइन

दो साल पहले मान्यता देने के बाद भी अधर में लटकी बस खरीदी पर अंतिम फैसला करने के प्रस्ताव पर पिंपरी चिंचवड़ मनपा की सर्व साधारण सभा में घमासान छिड़ा। पिंपरी चिंचवड़ के साथ सौतेलेपन का बर्ताव और शहर के यात्रियों के साथ नाइंसाफी के अलावा पीएमपीएमएल में नियुक्त एसटी के रिटायर्ड अधिकारियों पर सर्वदलीय हल्लाबोल किया। उन्हें घर भेजने तक पीएमपीएमएल को वित्तीय मदद संबन्धी प्रस्ताव पारित न करने की भूमिका अपनायी गई। हांलाकि महापौर राहुल जाधव ने पीएमपीएमएल के मसले पर विशेष बैठक बुलाने की घोषणा करते हुए घमासान चर्चा पर ‘ब्रेक’ लगा दिया।

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पीएमपीएमएल के लिए 1550 बसें खरीदने का फैसला दो साल पहले किया गया है। इसमें से 100 बसान में से 60 फीसदी खरीदी पुणे औऱ 40 फीसदी बस खरीदी पिंपरी चिंचवड़ मनपा द्वारा खरीदी जानी है। बची हुई बसें बस मार्केट फाइनांस मैकेनिज्म के अनुसार ली जायेगी। फिलहाल पीएमपीएमएल की ओर से मात्र 200 बसें खरीदी गई है। बसों की कमी के चलते पीएमपीएमएल के लिए बस उपलब्ध कराने का प्रस्ताव इस सभा के समक्ष पेश किया गया था। हांलाकि सर्वदलीय सदस्यों ने पीएमपीएमएल के कामकाज पर आपत्ति जताते हुए कंपनी की अध्यक्षा व प्रबंध निदेशक नयना गुंडे को आड़े हाथ लेने की कोशिश किये जाने से यह प्रस्ताव स्थगित रखा गया।

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महापौर राहुल जाधव की अध्यक्षता में हुई इस सभा मे इस प्रस्ताव की चर्चा में राष्ट्रवादी कांग्रेस के वरिष्ठ नगरसेवक राजू मिसाल ने पिंपरी चिंचवड़ शहर से जुड़े मसलों पर बैठक का नियोजन न करते हुए पीएमपीएमएल द्वारा महापौर का अपमान किये जाने का मुद्दा उठाया। बिना किसी सूचना के रूट्स बन्द करने, पिंपरी चिंचवड़ में खराब, नादुरुस्त और अपर्याप्त बसें उपलब्ध कराने, शहर के यात्रियों और कंपनी में शामिल पूर्व पीसीएमटी के कर्मियों के साथ नाइंसाफी और सौतेलेपन का बर्ताव जैसे कई आरोप सदस्यों ने लगाए।

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कंपनी में नियुक्त एसटी के रिटायर्ड अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर उंगली उठाते हुए उन्हें घर भेजने, शहर के लिए अलग परिवहन निगम शुरू करने जैसी मांग की गई। कंपनी की अध्यक्षा नयना गुंडे पर सवालों की बौछार की गई मगर उनके जवाब सुनने की मानसिकता सदस्यों में नजर नहीं आयी। इस चर्चा में राजू मिसाल, शत्रुघ्न काटे, पंकज भालेकर, नितिन कालजे, माउली थोरात, विलास मड़ेगीरी, सभागृह नेता एकनाथ पवार आदि ने हिस्सा लिया।