शिक्षक की पिटाई से छठी क्‍लास के विद्यार्थी को पैरालिसिस अटैक

पुणे : समाचार ऑनलाइन – बच्चों को अनुशासित करने के लिए शिक्षकों द्वारा विद्यार्थियों को सजा दी जाती है, लेकिन मौजूदा समय में शिक्षकों द्वारा विद्यार्थियों की जबरदस्त पिटाई के कई मामले सामने आ चुके है। पुणे के एक शिक्षक द्वारा एक विद्यार्थी को चित्रकला का प्रोजेक्ट पूरी नहीं करने के लिए बेरहमी से पिटा गया. इस पिटाई से विद्यार्थी गंभीर रूप से जख्मी ही नहीं हुआ बल्कि उसे उम्र भर के लिए सजा मिल गई है। विद्यार्थी को पैरालिसिस हो गया है। इस मामले में ध्यान देते हुए स्कूल प्रशासन ने चित्रकला शिक्षक को सस्पेंड कर दिया है।

विद्यार्थी का नाम प्रसन्न शैलेंद्र पाटिल है। प्रसन्न पुणे के श्री शिवाजी प्रिपरेटरी मिलिटरी स्कूल (एसएसपीएमएस) में छठी क्‍लास में पढ़ता है. वह पुणे जिले के इंदापुर तहसील के दाम नाम के छोटे से गांव का रहने वाला है। स्कूल में दिवाली की छुट्टी से पहले स्कूल के विद्यार्थियों से कई विषयों के प्रोजेक्ट कराए जाते है। प्रसन्न का चित्रकला का प्रोजेक्ट अधूरा रह जाने की वजह से स्कूल के शिक्षक संदीप गाडे ने प्रसन्न की जमकर पिटाई की।

उसके पैर पर शिक्षक ने जमकर मारा। पेट पर हाथ से च्यूटियां काटी गईं. इतने पर भी शिक्षक नहीं रुका. उसने प्रसन्न के दाएं पैर के नस को जोर से दबा दिया और सिर डेस्क पर जोर से पटक दिया. दिवाली की छुट्टी होने पर प्रसन्न के माता-पिता बेटे को लेने के लिए स्कूल पहुंचे तो उसका चेहरा सुजा हुआ देखकर उसकी मां को संदेह हुआ. प्रसन्न ने टीचर की पिटाई की बात बताई। माता-पिता ने इसकी उपेक्षा की.

प्रसन्न को गांव ले जाने के बाद उसका चेहरा और फूल गया। उसे तुरंत बारामती के बालरोग विशेषज्ञ को दिखाया गया. डॉक्टर ने प्रसन्न को पैरालिसिस होने की जानकारी दी। इस खबर से माता-पिता के पैरों तले से जमीन खिसक गई। डॉक्टर ने प्रसन्न की जांच की तो उसके दाएं हाथ का एक नस ब्लॉक नजर आया। इसलिए दाईं तरफ पैरालिसिस होने की  बात स्पष्ट हो गई। भविष्य में डॉक्टरों ने उसके अंधे होने की भी आशंका व्यक्‍त की है. इस घटना की शिकायत स्कूल प्रशासन से की गई। स्कूल के प्रिसिंपल ने स्कूल शुरू होने पर जांच करने का भरोसा दिया। लेकिन पूरा मामला बताने पर प्रिसिंपल ने माता-पिता की बात सुनी है। बच्चे के माता-पिता ने स्कूल से सीसीटीवी फुटेज की मांग की है। खबर लिखे जाने तक मामले में केस दर्ज करने की प्रक्रिया चल रही थी।