कठुआ व उन्नाव कांड के पीड़ितों को सरकार ने भुलाया; मगर लोगों ने सहारा दिया

नई दिल्ली। समाचार एजेंसी

उन्नाव बलात्कार और जम्मू के कठुआ बलात्कार व हत्या कांड के पीड़ितों को मदद करने के लिहाज से सरकार की तरफ से कोई भी कवायद शुरू नहीं हुई। परिवार से तमाम दस्तावेज लेकर उन्हें मदद का भरोसा जरूर दिया गया पर मदद के नाम पर अब तक एक धेला भी नहीं मिला। दूसरी तरफ केरल मुस्लिम लीग द्वारा पांच लाख रुपये की मदद दिए जाने के बाद केटो (ऑनलाइन क्रॉउड फंडिग प्लेटफॉर्म व वेबसाइट) द्वारा ऑनलाइन क्राउड फंडिग के जरिए जुटाए गए 18 लाख 46 हजार 774 रुपये बलात्कार पीड़िता की मां के बैंक एकाउंट में जमा कराई गई है।

संस्था के बिलाल जैदी ने बताया कि घटना के बाद सोशल मीडिया पर पीड़ित परिवार की मदद के लिए संस्था की तरफ से अपील की गई थी, जिसके बाद केटो के माध्यम से देश- विदेश के हजारों लोगों ने पीड़ित परिवार के लिए गुप्त रूप से ऑनलाइन मदद की है। अब तक करीब 40 लाख की धनराशि एकत्र हुई थी, जिसमें आधी कठुआ की बच्ची के परिजन और आधी राशि उन्नाव की पीड़िता की मां के बैंक खाते में जमा कराई गई है। पीड़िता की मां के पास पैनकार्ड नंबर न होने से एक महीने देर से यह रकम ट्रांसफर हो पाई, यह भी उन्होंने बताया।

बहरहाल पीड़ित किशोरी और उसके चाचा ने आरोप लगाया है कि उनसे मदद के नाम पर सरकार की ओर से दस्तावेज तो काफी पहले ले लिए गए थे पर अभी तक कोई मदद नहीं की गई। उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि सरकार अपने विधायक के कृत्य पर पर्दा डाल रही है। शायद यही वजह है विधायक को अभी तक पार्टी से निकाला तक नहीं गया है। परिवार की मदद तो दूर, आरोपितों को बचाने के प्रयास हो रहे हैं। पीड़िता के चाचा का कहना है कि वह खुद भाजपा के सदस्य हैं, इसके बाद भी उनकी नहीं सुनी जा रही है।