‘अपनों’ तक पहुंचने लगी तपिश, तो सकते में आई पुणे पुलिस

पिंपरी चिंचवड़ में ‘ऑपरेशन ऑल आउट’ शुरू

पिंपरी। पुणे समाचार ऑनलाइन
आए दिन बढ़ रहे अपराध की तपिश अब खुद पुलिसकर्मि यों तक पहुंचने लगी है। दिनदहाड़े, सरेराह सत्तादल के नगरसेवक की निर्मम हत्या ने जहाँ शहर की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़ा कर दिया। वहीं सत्तादल के विधायक के बॉडीगार्ड समेत दो पुलिस कर्मियों के साथ मारपीट व लूटपाट की वारदातों ने खुद पुलिस कर्मियों की सुरक्षा पर सवाल उठा दिया। इससे सकते में आई पुणे पुलिस ने अब अपराधियों के खिलाफ कमर कस ली है। इस कड़ी में गुरुवार की रात पिंपरी चिंचवड़ समेत परिमंडल तीन के परिक्षेत्र में ‘ऑल आउट’ ऑपरेशन शुरू किया गया।

बढ़ती आपराधिक वारदातों के मद्देनजर आज रात दस बजे से समूचे पिंपरी चिंचवड़ शहर की झुग्गी बस्तियों और बार, होटलो समेत ऐसे स्पॉट्स जहां अपराधियों के जुटने की संभावना रहती है, वहां पर यह ऑपरेशन चलाया जा रहा है। खुद परिमंडल तीन के पुलिस उपायुक्त गणेश शिंदे इस ‘ ऑपरेशन ऑल आउट’ का नेतृत्व कर रहे हैं। इसमें शहर के सभी पुलिस थानों के पुलिस निरीक्षकों के साथ 400 पुलिस कर्मियों की अलग- अलग टीमें शामिल हुई हैं। एक ही समय पर शहरभर अपराधियों की खोजी मुहिम, प्रमुख सड़कों पर नाकाबंदी, स्ट्रीट क्राइम को बढ़ावा मिलने वाले होटल, बार, चायनीज़ स्टॉल, शराब की दुकानों के बाहर, बियर शॉपी, खुले मैदान, उद्यानों जैसे कई स्थानों पर यह ऑपरेशन चलाया जा रहा है।

दो दिन पहले ही आलंदी नगरपालिका में सत्तादल भाजपा के एक नगरसेवक की सरे राह निर्मम हत्या कर दी गई। वह भी तब, जब खुद मुख्यमंत्री और गृह विभाग के मुखिया देवेंद्र फडणवीस पुणे दौरे पर थे। कानून व्यवस्था पर सवाल उठाने वाली दो और वारदातें सामने आई है। पिंपरी और सांगवी पुलिस थानों की सीमा में हुई इन वारदातों में जिनपर कानून व्यवस्था बनाये रखने की जिम्मेदारी है, उस पुलिस विभाग के दो कर्मचारियों से मारपीट कर लूटपाट की गई है। इसमें एक पुलिस कर्मी सत्तादल भाजपा के कद्दावर नेता और विधायक का बॉडीगार्ड रहने की जानकारी सामने आई है। अब तक पुलिस कर्मियों से गालीगलौज, धक्कामुक्की जैसी घटनाएं होती रही मगर अब मारपीट और लूटपाट की घटनाएं सामने आने से कानून व्यवस्था पर सवालिया निशान लग गया है।