इको फ्रेंडली ‘इलेक्ट्रिक बस’ का ट्रायल शुरू

पुणे :  समाचार ऑनलाइन – इको फ्रेंडली एवं सक्षम पब्लिक ट्रांसपोर्ट व्यवस्था हेतु पिछले कई महीनों से चर्चित ‘इलेक्ट्रिक बस’ का गुरुवार को ट्रायल शुरू किया गया। सात दिनों तक इलेक्ट्रिक बस में भरे हुए बोरे लादकर शहर के सभी भागों एवं भीड़ भरे परिसरों में ट्रायल जारी रखा जाएगा। ट्रायल के बाद शहर में 25 इलेक्ट्रिक बसें चलाई जाएंगी।
शहर में प्रदूषण पर नियंत्रण तथा पीएमपीएमएल को सक्षम व इको फ्रेंडली बसें उपलब्ध कराने हेतु ‘इलेक्ट्रिक बसों’ का विकल्प सुझाया गया था।
कई महीनों तक चर्चा के बाद अंतत: गुरुवार को ट्रायल शुरू किया गया। नौ मीटर लंबी यह ‘नॉन बीआरटी बस’ बीवार्ईडी (इलेक्ट्रो) कंपनी की है। इको फ्रेंडली व सक्षम ट्रांसपोर्ट सर्विस हेतु पीएमपीएमएल द्वारा 500 एयरकंडीशन्ड ‘ई-बसें’ चलाई जाएंगी। पहले चरण में 150 तथा दूसरे चरण में 350 बसें सड़कों पर उतारी जाएंगी। पहले चरण में चलाई जाने वाली 150 में 25 मिडी एवं 125 रेगुलर बसें शामिल रहेंगी। इसके लिए निविदा प्रक्रिया भी शुरू की गई है। नौ मीटर लंबाई वाली बसों के लिए बीवार्ईडी (इलेक्ट्रो) कंपनी ने निविदा पेश की है। 12 मीटर लंबाई वाली बसों के लिए टाटा कंपनी एवं ‘बीवाईडी’ कंपनी द्वारा निविदाएं पेश की गई हैं।
गुरुवार को महापौर मुक्‍ता तिलक, मनपा आयुक्त सौरभ राव, पीएमपीएमएल की अध्यक्षा नयना गुंडे, स्थायी समिति के अध्यक्ष योगेश मुुलीक एवं पीएमपीएमएल के डायरेक्टर सिद्धार्थ शिरोले की उपस्थिति में तिलक रोड, स्वारगेट एवं बाजीराव रोड परिसरों में ‘ई-बस’ का ट्रायल शुरू किया गया।
‘ई-बसें’ प्रदूषण नियंत्रण में सहायक : मुक्‍ता तिलक 
महापौर मुक्‍ता तिलक ने कहा, ‘शहर में चलाई जाने वाली ई-बस का भीड़ भरे परिसरों में ट्रायल लिया गया। यह बिना आवाज तथा स्मूथ चलने वाली बस है। फिलहाल देश सहित पूरी दुनिया में इको फ्रेंडली इलेक्ट्रिक बसों को लेकर चर्चा जारी है। यह शहर में प्रदूषण पर नियंत्रण हेतु उपयोगी साबित होगी।’
पीएमपीएमएल के डायरेक्टर सिद्धार्थ शिरोले ने कहा, ‘पीएमपीएमएल की बसों में 500 एयर कंडीशन्ड ‘ई-बसें’ शामिल की जाएंगी। इसके लिए निविदा पेश करने वाली कंपनी की पहली बस का ट्रायल गुरुवार को लिया गया। सात दिनों तक शहर के विभिन्न भागों में ‘ई-बस’ का ट्रायल जारी रहेगा। उसके बाद 25 बसों का आर्डर दिया जाएगा। 26 जनवरी तक शहर में 25 इलेक्ट्रिक बसें दौड़ने लगेंगी।’