जब 10वीं के छात्र के साथ भाग गई 8वीं की छात्रा, तब प्रेमी के पिता ने उठाया ये कदम…

पुणे/पटना। समाचार एजेंसी

फेसबुक पर हुई जान पहचान, फिर दोस्ती और फिर प्यार। प्रेमिका आठवीं कक्षा की छात्रा थी और प्रेमी 10वीं का। पिछले छह महीने से दोनों फेसबुक पर चैटिंग से रोज दिल की बातें करते थे। फिर फेसबुक से ही शादी रचाने का मन बना लिया। इसके बाद नाबालिग महाराष्ट्र के अमरावती की प्रेमिका ने बिहार के औरंगाबाद निवासी अपने प्रेमी को अमरावती बुला लिया, फिर दोनों यहाँ से बिहार भाग गए। प्रेमी के शिक्षक पिता ने लड़की के घरवालों का नम्बर हासिल कर इसकी जानकारी दी और उनके व पुलिस के आने तक उनकी बेटी को हिफाजत के साथ रखा।

प्राप्त जानकारी के अनुसार नाबालिग महाराष्ट्र के अमरावती के अचलपुर गांव की रहने वाली 15 वर्षीय छात्रा है। फ़ेसबुक पर हुई जान- पहचान के बाद उसे पटना स्थित रफीगंज के अब्दुलपुर गांव निवासी युवक से प्रेम हुआ। दोनों ने चैटिंग पर ही एक-दूसरे का साथ निभाने की कसमें खाई और शादी करने का मन बना लिया। इसी कड़ी में उसने पिछले सप्ताह महाराष्ट्र से 1200 किलोमीटर दूर बिहार में बसे अपने प्रेमी अभय को अमरावती बुलाया। इसके बाद शादी रचाने के लिए दोनों अमरावती से लोकल ट्रेन पकड़कर भागे थे। बीच में दो लोकल ट्रेन बदलकर वह यूपी के गाजियाबाद पहुंचे। यहां पर वे जैसलमेर हावड़ा एक्सप्रेस ट्रेन पकड़कर गया स्टेशन पहुंचे।

गया स्टेशन पर उतरने के बाद ये दोनों लोकल ट्रेन पकड़कर रफीगंज हॉल्ट तक पहुंचे। यहां से युवक अपनी प्रेमिका के साथ अपने गांव अब्दुलपुर पहुंच गया। युवक जब अपनी नाबालिक प्रेमिका के साथ गांव पहुंचा तो ये देखकर सभी चकित रह गये। वे दोनों तुरंत शादी रचाना चाहते थे, लेकिन प्रेमी के घरवालों ने दोनों को रखने से इनकार कर दिया। उस देर रात तक दोनों घर के बाहर रहे, लेकिन बाद में लाचार और बेबस देखकर दोनों को घर में पनाह दिया। इसके बाद लड़के के शिक्षक पिता ने लड़की से उसके घर का नंबर मांगा और इसकी सूचना उसके घरवालों को दी। इस बीच लड़की के घरवालों ने अचलपुर थाना में गुमशुदगी का मामला दर्ज कराया। तहकीकात में जुटी महाराष्ट्र पुलिस को उसके अब्दुलपुर में होने की सूचना मिली। इसके बाद अमरावती पुलिस की एक टीम रविवार को औरंगाबाद पहुंची और उसे बरामद कर लिया।

लड़के के पिता अशोक कुमार ने बताया, मैं खुद एक पिता हूं। इस नाते पिता होने का दर्द समझता हूं। नाबालिग लड़की नासमझी में घर से भागी। उसके परिवार वाले काफी परेशान होंगे। इसी कारण मैंने जानकारी दी। लड़की की उम्र शादी लायक नहीं है। अभी उसमें समझदारी की कमी थी। इसीलिए उसके परिवार वालों को जानकारी दी। और बच्ची को सुरक्षित रखा।उन्होंने कहा कि दोनों परिवारों के बीच अच्छा संबंध बन गया है। ये पूछे जाने पर कि क्या वे अपने लड़की की शादी उसी लड़की के साथ करेंगे। इसपर उन्होंने कहा कि, ये फैसला लड़की के घरवाले करेंगे। बहरहाल महाराष्ट्र और औरंगाबाद पुलिस ने लड़के के पिता की सराहना की जिन्होंने मानवता का परिचय देते हुए नाबालिग के घरवालों को सूचना दी। वरना नाबालिग के साथ अनहोनी हो सकती थी।