‘ढाई दिन’ की येदियुरप्पा सरकार

नई दिल्ली : बीएस येदियुरप्पा भले ही कर्नाटक के मुख्यमंत्री पद पर विराजमान हो गए थे , लेकिन उनकी सत्ता की कुर्सी अब ख़त्म हो गयी है। सुप्रीम कोर्ट ने फैसले के बाद येदियुरप्पा बहुमत की अग्निपरीक्षा पास नहीं कर पाए और उन्होंने इस्तीफा दे दिया है।

सूत्रों के मुताबिक बहुमत परीक्षण का सामना नहीं कर पायी बीजेपी ,बीजेपी आंकड़े को छू नहीं पायी इसलिए येदियुरप्पा ने इस्तीफा दे दिया।

बीजेपी के लिए सदन में 112 विधायकों का जादुई आंकड़ा जुटा पाना एक बड़ी चुनौती थी । कांग्रेस-जेडीएस ने अपने एक-एक विधायकों पर पहरा लगा रखा था और पूरे मामले पर सुप्रीम कोर्ट की नजर थी। राज्यपाल वजुभाई वाला ने येदियुरप्पा सरकार को शपथ दे दी थी लेकिन बहुमत परीक्षण में आगे नहीं निकल पाए।

विपक्ष के पास स्पष्ट बहुमत

कर्नाटक में कांग्रेस और जेडीएस अलग-अलग होकर चुनाव लड़े थे, लेकिन नतीजे के बाद दोनों पार्टियों ने हाथ मिला लिया था। कांग्रेस के 78, जेडीएस के 37 और बसपा के 1 विधायक मिलाकर ये आंकड़ा 116 तक पंहुचा था। इसके अलावा एक निर्दलीय विधायक का भी समर्थन था। इस तरह से विपक्ष की संख्या बहुमत तक पहुंच गयी थी। विपक्ष आखिरी वक्त तक विधायकों को टूटने से बचाने में कामयाब रही और येदियुरप्पा को इस्तीफा देना पड़ा।